Bastar News: छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं और इस चुनाव को लेकर राजनीतिक दल के नेता अभी से चुनावी प्रचार प्रसार में जुट गए  हैं. वहीं, दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर संभाग में शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव संपन्न कराने के लिए बस्तर पुलिस ने कमर कस ली है. इसके लिए लगातार घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में एंटी नक्सल ऑपरेशन चला रही है. सीआरपीएफ, आइटीबीपी, बीएसएफ और छत्तीसगढ़ के स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम लगातार नक्सलियों के ठिकानों पर दबिश भी दे रही है. 


इस दौरान पुलिस को सफलता भी मिल रही है. पुलिस के जवानों ने पिछले दो सालों में  नक्सलियों के कई अस्थाई कैंप ध्वस्त करते हुए बड़ी मात्रा में इन कैम्पों से असहला बारूद बरामद करने के साथ ही नक्सलियों का दैनिक सामान और हथियार भी बरामद किया है. साथ ही उनके ठिकानों को ध्वस्त भी किया है. इसके चलते अब नक्सली अपने नए ठिकाने की तलाश भी कर रहे हैं.


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2 सालो में 100 से अधिक कैम्प ध्वस्त


बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि बस्तर संभाग के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराना पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है. लोकसभा और विधानसभा  चुनाव में बस्तर में तैनात पैरामिलिट्री फोर्स के अलावा अतिरिक्त सुरक्षा बल की मांग चुनाव आयोग से की जाती है, ताकि एक एक पोलिंग बूथ पर बिना किसी वारदात के शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराया जा सके. इस साल छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसके लिए कुछ ही महीने शेष रह गए हैं. ऐसे में छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ-साथ पैरामिलेट्री फोर्स भी लगातार स्थानीय पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर नक्सलियों के खिलाफ जंगलों में ऑपरेशन चला रही है. 


आईडी ने कहा कि इसी का नतीजा है कि बीते दो साल में जवानों की संयुक्त टीम ने 100 से अधिक नक्सलियों के अस्थाई कैंपों को ध्वस्त करने में सफलता हासिल की है. इन कैंपों में कुछ ऐसे भी कैंप है जहां नक्सलियों का सालों से डेरा जमा हुआ था और नक्सली इन कैम्पों को अपने लिए काफी महफूज मानते थे. लेकिन जवानों ने नक्सलियों की मांद में घुसकर लगातार उनके कैंप को ध्वस्त किया है. साल के पूरे 12 महीने पुलिस नक्सलियो के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है.


इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कई नक्सली कैंप को ध्वस्त करने के दौरान पुलिस के जवानों ने मुठभेड़ में इन कैंपों में नक्सलियों का भी एनकाउंटर किया है. इसके अलावा कई नक्सलियों को उनके कैंपों में जिंदा पकड़ा है. जवानों के द्वारा कोशिश की जाती है कि दोबारा उस इलाके में नक्सली अपने कैंप नहीं बना सके इस वजह से उनके कैंपो को मौके पर ही ध्वस्त कर दिया जाता है. वहीं इन कैंपों से पुलिस ने पिछले 2 सालों में बड़ी मात्रा में नक्सलियों का असहला, बारूद, नक्सलियों का दैनिक सामान और नक्सलियों के साहित्य और कई जरूरी दस्तावेज भी बरामद किए हैं.


एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान  मिल रही सफलता


बस्तर आईजी ने बताया कि कोशिश की जा रही है कि चुनाव से पहले जिन इलाकों में नक्सलियों की सबसे ज्यादा पकड़ मजबूत है, उन इलाकों में ज्यादा से ज्यादा एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाकर उन इलाकों को नक्सल मुक्त किया जाए. हालांकि पिछले सालों की तुलना में पुलिस लगातार शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराने में कामयाब साबित हो रही है. वहीं अब नक्सलियों के ठिकानों पर भी पुलिस की दबिश से नक्सलियों का मनोबल कम हुआ है और ऐसे इलाकों में नक्सली काफी बैकफुट पर हैं. फिलहाल हमेशा से ही चुनाव का बहिष्कार करने वाले नक्सली इस चुनाव में भी किसी वारदात को अंजाम न दे पाएं इसके लिए लगातार नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाकर उनके ठिकानों में जवान दबिश दे रहे हैं और उनके कैंपो को भी ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा रही है. अब तक दो साल में कुल 120 से अधिक नक्सलियों के ठिकानों उनके अस्थाई कैम्पो को पुलिस ने ध्वस्त करने में सफलता हासिल की है.