Manendragarh Chirmiri Bharatpur News: छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले में मानसून की दस्तक के साथ हुई भारी बारिश से अमृतधारा जलप्रपात पूरे शबाब पर है. एनएच 43 लाई पंचायत से 8 किमी दूर स्थित अमृतधारा जलप्रपात में पानी का बहाव तेज होने से यह प्रपात धुआंधार में बदल गया है. यहां का खूबसूरत नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं. छत्तीसगढ़ के साथ ही पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के पर्यटन भी यह वाटरफॉल को देखने बड़ी संख्या में पहुंच रहे है. 


जलप्रपात की सुंदरता बारिश होते ही निखर आई है. यहां करीब 100 फीट की ऊंचाई से पानी गिरता है जो जलप्रपात का निर्माण करता है. जानकारी के अनुसार यह जलप्रपात मनेन्द्रगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ग्राम लाई से 8 किलोमीटर और मनेन्द्रगढ़ जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर दूर स्थित है. इस जलप्रपात तक पहुंचने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पक्की सड़क का निर्माण कराया गया है. 


100 फीट की ऊंचाई से गिरता है पानी
जिले के विशिष्ट पर्यटन केन्द्र के रूप में पहचान बना चुके अमृतधारा जलप्रपात में पानी 100 फीट की ऊंचाई से गिरता है. इतनी ऊंचाई से गिरती जलधारा की दुधिया अनुपम छटा देखते ही बनती है. आस पास के घने जंगल के बीच बना यह जलप्रपात मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है. जलप्रपात के समीप जनजातियों से बसे गांव का नाम भी अमृतधारा है. इस जलप्रपात का पुराना नाम विसवाही था जिसे बाद में कोरिया रियासत के राजा ने अमृतधारा नाम दिया. अमृतधारा जलप्रपात में साल भर पर्यटक और सैलानी आते है, जो यहां की मनमोहक दृश्य का आनंद उठाते है. अमृतधारा जलप्रपात का मनोहारी प्राकृतिक सौंदर्य किसी को भी अपनी और बरबस आकृष्ट करने में सक्षम है, जो भी यहां इसकी मनोरम छटा को देखता है. वह यहां के सौंदर्य के प्रति आकर्षित होकर रह जाता है.


रमदहा जलप्रपात की बढ़ी खूबसूरती
बारिश शुरू होने के बाद जंगलों और जलप्रपातों की खूबसूरती में निखार आने लगे हैं, लोग इस सावन के महीने में खूबसूरत जगहों पर सैर सपाटे से नहीं चूक रहे है. गर्मी में पतझड़ की मार झेल चुके पेड़ों ने फिर से हरियाली की चादर ओढ़ ली है. वहीं झरने की खूबसूरती भी शबाब पर हैं. ऐसे में मनेन्द्रगढ़ जिले के रमदहा जलप्रपात की खूबसूरती की भी चर्चा भी जोरों पर है, बनास नदी पर स्थित ये जलप्रपात इन दिनों काफी मनमोहक लग रहा है. जिसे देखने के लिए हर दिन सैकड़ों लोग यहां पहुंच रहे हैं.


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