पटना: जब किसी जिम्मेदारी बड़ी होती है, तो उनकी हल्की सी चूक भी उन्हें विवादों में डाल देती है. ऐसा ही हुआ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी के साथ जो कल शिक्षक अभ्यर्थियों की मदद के इको पार्क पहुंचे थे. मदद के लिए पहुंचे तेजस्वी को यह ध्यान नहीं रहा इको पार्क में हथियार लेकर प्रवेश करना वर्जित है और वे अतिउत्साह में अपने हथियारधारी बॉडीगार्ड्स के साथ पार्क में प्रवेश कर गए. नेता प्रतिपक्ष के सभी बॉडीगार्ड्स के पास ऑटोमटेड हथियार थे. अब इस बात पर विवाद शुरू हो गया है.


क्या है पूरा मामला?


दरअसल, मंगलवार को गर्दनीबाग धरना स्थल से खदेड़े जाने के बाद सभी शिक्षक अभ्यर्थी बुधवार को एक बार फिर धरना देने पहुंचे थे. लेकिन बुधवार को भी पुलिस ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया. इसके बाद सभी आंदोलनकारी इको पार्क में इकट्ठा हो गए और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी को सूचना देकर मदद की गुहार लगाई.


तेजस्वी ने की पार्क के नियमों की अनदेखी


शिक्षक अभ्यर्थियों की गुहार पर तेजस्वी पार्क पहुंचे और अपने बॉडीगार्ड्स के साथ ही पार्क में प्रवेश कर गए. शायद तेजस्वी की नजर इको पार्क के गेट पर लगे उस निर्देश पर नहीं गई जिसमें यह स्पष्ट शब्दों में लिखा हुआ है कि हथियारों के साथ पार्क में प्रवेश करना वर्जित है.


दरअसल, पार्क एक पब्लिक प्लेस है, जहां बच्चे, बूढ़े, जवान सभी तरह के लोग घूमने पहुंचते हैं. ऐसे में ऑटोमैटिक हथियार के साथ पार्क में प्रवेश करना घातक हो सकता था. हालांकि, शिक्षक अभ्यर्थियों की गुहार पर उनके सपोर्ट के लिए पहुंचे तेजस्वी निर्देशों की अनदेखी कर दी.


बॉडीगार्ड्स को भी नहीं रहा ध्यान


केवल तेजस्वी ही नहीं उनके बॉडीगार्ड्स को भी इस बात का ध्यान नहीं रहा कि अनजाने में उनसे बबड़ी चूक हो रही है. फिलहाल इस मामले में सबने चुप्पी साध ली है, अधिकारी भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं. लेकिन अगर इस मामले को गंभीरता से लिया गया तो नेता प्रतिपक्ष पर कार्रवाई हो सकती है.


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