पटना: आरजेडी में जारी अंतर्कलह खत्म होता नहीं दिख रहा. पार्टी के 25वें स्थापना दिवस से जारी गतिरोध मौजूदा समय में अपने चरम पर है. आकाश यादव को पार्टी के छात्र प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद हसनपुर विधायक तेज प्रताप आर-पार के मूड में आ गए हैं. उन्होंने स्पष्ट कहा दिया है कि जब तक आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर कार्रवाई नहीं होगी वो पार्टी के किसी गतिविधि में हिस्सा नहीं लेंगे. वहीं, कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में वो अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ कोर्ट जाएंगे. 


तेजस्वी से बातचीत नहीं करने दी


इन्हीं विवादों के बीच शुक्रवार को तेज प्रताप अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे. मिलने का मकसद बीते दिनों हुए घटनाओं के संबंध में बातचीत करना था. लेकिन आवास के अंदर जाने के थोड़ी ही देर बाद वो तमतमाए बाहर निकले और पत्रकारों से कहा कि संजय यादव जो तेजस्वी के करीबी मानें जाते हैं ने उन्हें तेजस्वी से मिलकर बातचीत नहीं करने दी. 


तेज प्रताप ने कहा, " जब हम तेजस्वी यादव से मिल रहे थे, उसी दौरान संजय यादव ने हमें मिलने से रोका और बीच में आकर दखल किया. वे आए और तेजस्वी यादव को लेकर कमरे में चले गए." उन्होंने कहा, " वो हम दोनों भाइयों को मिलने से रोकने वाला कौन होता है?" इतना कहकर तेज प्रताप यादव अपनी गाड़ी में बैठे और राबड़ी आवास से अपने आवास के लिए निकल गए. 


तेजस्वी से किसी बात की नाराजगी नहीं


हालांकि, जब वे तेजस्वी से मिलने आए थे तभी उन्होंने पत्रकारों से कहा था, " मैं नाराज नहीं हूं, जिनको नाराज होना है, वह नाराज होते रहे. मेरा अपना घर है, मेरे अपना भाई है. कोई दूसरा तय नहीं कर सकता है कि मैं कहां कब जाऊं. नाराजगी पार्टी को बदनाम करने और जलने वालों से है."


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