सुपौल: मधेपुरा कोर्ट में वर्चुअल पेशी के बाद बीती रात सुपौल जिले के वीरपुर जेल लाए गए जाप सुप्रीमो पप्पू यादव भूख हड़ताल पर चले गए हैं. जेल की कुव्यवस्था से नाराज पूर्व सांसद ने ये फैसला लिया है. इस संबंध में पप्पू यादव के आधिकारीक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया गया है. ट्वीट में लिखा गया है, " वीरपुर जेल में मैं भूख हड़ताल पर हूं. न पानी है, न वाशरूम है, मेरे पांव का ऑपरेशन हुआ था, नीचे बैठ नहीं सकता, कमोड भी नहीं है."


उन्होंने लिखा, " कोरोना मरीज की सेवा करना, उनकी जान बचाना, दवा माफिया, हॉस्पिटल माफिया, ऑक्सीजन माफिया, एम्बुलेंस माफिया को बेनकाब करना ही मेरा अपराध है. मेरी लड़ाई जारी है!"


 






एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, " साथियों, मैं जेल में हूं,पर जिंदगी बचाने और सेवा करने की राजनीति जारी रहनी चाहिए. रानीगंज विशनपुर की बेटी सोनी जो मां-पिता को खो अनाथ हो गई. उन्हें अपनी मां को मजबूरन दफनाना पड़ा. उनकी भरपूर मदद करें. वहीं, बहन रुचि जिनके अस्मत पर डॉ. अखिलेश ने हाथ डाला, उन्हें न्याय दिलाने को लड़ें."


 






बता दें कि बिहार के मधेपुरा जिले के कुमारखंड थाने में साल 1989 में दर्ज अपहरण मामले में पुलिस ने जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को गिरफ्तार कर लिया है. मधेपुरा जिले की पुलिस मंगलवार को चार बजे के करीब पटना पहुंची और हाई वोल्टेज ड्रामा और विरोध प्रदर्शन के बीच पप्पू यादव को मधेपुरा के लिए लेकर निकल गई. रात को करीब 12 बजे उनकी पेशी करवाई गई. पेशी के बाद जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को मधेपुरा जेल के बदले सुपौल के वीरपुर जेल में रखा गया है.


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