Bihar Education Department News: बिहार में शिक्षा विभाग के अलग-अलग आदेशों से शिक्षकों से लेकर पदाधिकारियों तक के बीच हड़कंप मचा है. किसी भी तरह की लापरवाही पर तुरंत एक्शन लिया जा रहा है. इस बार राजधानी पटना में बड़ा एक्शन हुआ है. बांकीपुर गर्ल्स स्कूल की महिला शिक्षिका सीमा कुमारी की एक गलती उन पर भारी पड़ गई है. पटना डीपीओ की ओर से 21 मई को पत्र जारी करते हुए ना सिर्फ शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांगा गया है बल्कि एक सप्ताह का वेतन काटने का भी निर्देश दिया गया है.


क्या है शिक्षिका सीमा कुमारी की गलती?


बताया जाता है कि शिक्षिका सीमा कुमारी ने मीडिया में 16 मई को अपना बयान दिया था. अपना दर्द बयां किया था. कहा था कि सुबह 6 बजे स्कूल पहुंचने में कठिनाई होती है. इसी मामले में शिक्षिका पर एक्शन लिया गया है. उधर, शिक्षिका पर कार्रवाई होने के बाद शिक्षक संघ में भी आक्रोश देखने को मिल रहा है. कांग्रेस नेता मदन मोहन झा ने इस पूरे मामले में अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर सवाल उठाया है.






बता दें कि कार्रवाई का यह आदेश शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर जारी किया गया है. डीपीओ पटना ने इसको लेकर पत्र जारी किया है. शिक्षा विभाग की इस कार्रवाई पर शिक्षक संघ भड़क गया. शिक्षक संघ का कहना है कि यह आदेश अभिव्यक्ति की आजादी छीनने वाला है.


जारी किए गए पत्र में क्या कहा गया है?


21 मई की तारीख में पटना डीपीओ की ओर से शिक्षिका सीमा कुमारी पर कार्रवाई को लेकर जो पत्र जारी किया गया है उसमें लिखा है, "16 मई को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विभाग एवं सरकार के विरुद्ध अनावश्यक टिप्पणी की गई है, जिसमें आपके द्वारा कहा गया है कि शिक्षक की मानसिकता से खिलवाड़ किया जा रहा है, जो शिक्षक पद के आचरण के विरुद्ध है."


"इस घटना पर विभाग ने संज्ञान लिया है एवं निर्देश प्राप्त हुआ है कि आपके इस कृत्य के लिए मई माह से सात दिन का वेतन कटौती कर लिया जाए. उक्त के आलोक में आपका सात दिनों की वेतन की कटौती की जाती है. उक्त के आलोक में आप अपना स्पष्टीकरण 24 घंटे के अंदर इस कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. अन्यथा आपके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई भी प्रारंभ करने की बाध्यता होगी."


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