पटना: क्या नीतीश कुमार ने बीजेपी के शाहनवाज हुसैन का तोड़ निकाल लिया है? ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि बिहार में बीएसपी के एकमात्र विजयी उम्मीदवार जमां खां ने जेडीयू का दामन थाम लिया है. ऐसे में माना जा रहा है कि जेडीयू उन्हें मंत्री मंडल में जगह दे सकती है. ऐसा होने पर जेडीयू के खाते की एक सीट भी बढ़ जाएगी और पार्टी को सदन के अंदर एक मुस्लिम चेहरा भी मिल जाएगा. वहीं, निर्दलीय विधायक सुमित सिंह भी जमा खान के जेडीयू में शामिल होने का समर्थन किया है.


बता दें कि जमां खां को जेडीयू में शामिल करवाने के दौरान बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी, जेडीयू मुख्य सचेतक श्रवण कुमार, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा मौजूद रहे. वहीं, अशोक चौधरी ने बुके और अंग वस्त्र देकर उनका स्वागत किया.


जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष ने कही ये बात


इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि बीएसपी विधायक जमां खां आज बीएसपी से जेडीयू में शामिल हो गए. उन्होंने कहा कि जमां खां साहब ने हमारे पार्टी के नेता के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की है और उन्होंने हमारे दल में शामिल होने का निर्णय लिया है. मैं इनका स्वागत करता हूं, इनके आने से निश्चित तौर पर पार्टी में मजबूती आएगी.


जमा खान ने कही ये बात


वहीं, जेडीयू में शामिल हुए जमां खां ने कहा कि वो कैमूर जिला के चैनपुर विधानसभा के विधायक हैं. उनकी राजनीति की शुरुआत काशी विश्वविद्यालय बनारस से हुई है. वे वहां छात्रसंघ अध्यक्ष रहे हैं, उसके बाद अपने गृह जिला में आकर संघर्ष किया और 2020 में बीएसपी से विधायक बने. चूंकि नीतीश कुमार के प्रति दिल और दिमाग में पहले से आस्था थी, इसलिए उन्होंने नीतीश कुमार पर विश्वास किया है.


उन्होंने ने नीतीश सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि अपने क्षेत्र और बिहार के विकास को देखते हुए, मैंने पार्टी ज्वाइन की है क्योंकि बिहार में पहले जिसकी भी सरकार रही है, उस समय बिहार का बजट मात्र 3 करोड़ था और आज वह बजट दो लाख करोड़ से ऊपर का है. जहां तक अल्पसंख्यक का सवाल है तो अल्पसंख्यकों का बजट मात्र 3 करोड़ था, आज वह 600 करोड़ से भी ज्यादा है.


नीतीश कुमार कर रहे हैं अच्छा काम


उन्होंने कहा कि मैंने उनके (नीतीश कुमार) नीतियों को देखकर उसपर चलना चाहा, उनकी छवि पूरे प्रदेश में अलग है, इसलिए मुझे विश्वास है कि मैं इस पार्टी में रहूंगा और विकास करूंगा. बिहार में सामाजिक दंगे हुआ करते थे, आज हम उन दंगों से दूर हैं. पूरे समाज में ये मैसेज जा रहा है नीतीश जी अच्छा काम कर रहे हैं. सारे समाज के लिए अच्छा काम कर रहे हैं. यही देखते हुए यह निर्णय लिया है कि हमें नीतीश जी के साथ काम करना चाहिए.


क्या मंत्री मंडल में शामिल होंगे जमा खान?


मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर जमां खां ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है हमें विकास चाहिए क्योंकि मैं जिस क्षेत्र से आता हूँ वो पहाड़ी इलाका है. हमारे यहां चार प्रखंड हैं, जहां एक पहाड़ी इलाके में नेटवर्क तक नहीं आता है. वहां एक सेन्चुरी के बहाने सारे विकास को रोक दिया गया है, वहां सारे लोग प्रकृति पर निर्भर हैं. सिंचाई की कोई व्यवस्था नहीं है और उनके विकास को देखते हुए ही पार्टी में शामिल हुआ हूँ.


उन्होंने कहा कि आस्था की बात नहीं विकास की बात है और बहुजन समाज पार्टी में रहकर विकास संभव नहीं. हमारी पार्टी 70 सीट पर लड़ी थी, गठबंधन भी था पर अकेला जीतकर कोई विकास नहीं होता और नीतीश कुमार के विकास को देखते हुए इनके साथ आया हूँ. जेडीयू के एकमात्र अल्पसंख्यक विधायक होने और मंत्री बनने के सवाल पर इन्होंने कहा कि ये बाद कि बात है ये समय बताएगा.


सुमित सिंह ने कही ये बात


जेडीयू का समर्थन करने वाले दूसरे विधायक सुमित सिंह ने इस मौके पर नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि मैंने पहले दिन से कहा था मेरा समर्थन नीतीश जी को है और मैं 2010 में भी जब झारखंड मुक्ति मोर्चा से जीता था उस समय भी मैं इकलौता विधायक था और इन्हें ही समर्थन दिया था और आज भी निर्दलीय एकलौता विधायक हूँ तो मैं जहां था वहीं हूं. ये बाते मैं पहले भी कह चुका हूं. वहीं, मंत्रिमंडल में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल मुख्यमंत्री तय करते हैं.


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