गोपालगंज: हथिया नक्षत्र को पुरवा हवा का साथ मिल गया है. इसके चलते लौटते मॉनसून तबाही मचाने के लिए तैयार है. नेपाल में हो रही बारिश के कारण गोपालगंज में गंडक नदी उफान पर है. 24 घंटे की बात की जाए तो गुरुवार की शाम सात बजे तक वाल्मीकिनगर बराज में 30 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किए जाने के बाद यह बढ़कर 3.69 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया है.


छह प्रखंडों पर बाढ़ का खतरा


नेपाल में हो रही बारिश की वजह से गंडक नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. गोपालगंज के छह प्रखंडों के 43 गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. गोपालगंज के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने निचले इलाके में बसे लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है. वहीं जल संसाधन विभाग और सभी प्रखंडों के सीओ को तटबंधों पर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है.



यह भी पढ़ें- Bihar Politics: मोहन भागवत पर भड़के लालू यादव, कहा- नफरत बांटने वाले सज्जन बिना मांगे ज्ञान बांटने आ जाते हैं


इंजीनियर्स को तटबंधों पर मुस्तैद रहने का निर्देश


बताया गया कि शुक्रवार की दोपहर तक इस पानी की जिले में पहुंचने की संभावना है. गुरुवार की रात पतहरा में गंडक नदी खतरे के निशान से एक मीटर पहुंच चुकी थी. नेपाल में हो रही बारिश को लेकर जल संसाधन विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है. इंजीनियर्स को तटबंधों पर मुस्तैद रहने को कहा गया है. कुचायकोट, सदर, मांझा, बरौली, सिधवलिया व बैकुंठपुर प्रखंड में प्रशासन को भी अलर्ट रहने को कहा गया है. 


पल पल किया जा रहा आकलन


इधर, दियारा इलाके में लोग अपने सामान को सुरक्षित करने में लग गए हैं. लोग निश्चिंत हो गए थे कि इस साल बाढ़ से निजात मिली है लेकिन एक बार फिर लोगों की परेशानी बढ़ गई है. नदी के मिजाज का पल पल आकलन किया जा रहा है. विशंभरपुर में कार्यपालक अभियंता श्रीनिवास प्रसाद, पतहरा में कार्यपालक अभियंता श्रवण कुमार व्यास, जेई ऋषभ कुमार, नेमुइया में अली असगर, पतहरा में एसडीओ ओसामा आरिश आदि निगरानी में जुटे हैं.


यह भी पढ़ें- Bihar Politics: निकाय चुनाव पर रोक को लेकर नीतीश कुमार पर सुशील मोदी हमलावर, कहा- बिहार सरकार तुरंत करे ये काम