बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के एक बयान से बिहार का सियासी पारा चढ़ गया है. सदन में सांसद निशिकांत दुबे की ओर से सवाल उठाया गया कि एसआईआर से ढाका सीट पर डिलीशन हुआ 457, एक 178 वोट से आरजेडी जीती. 298 लोग हैं जो विदेश में बैठे हैं दुबई और कुवैत में उन्होंने यहां वोट डाल दिया. इस पर अब ढाका से आरजेडी विधायक फैसल रहमान की पहली प्रतिक्रिया आई है.

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'…तो आपने एसआईआर क्यों कराया?'

फैसल रहमान ने कहा, "बीजेपी की सरकार में चुनाव आयोग के द्वारा एसआईआर हुआ. सांसद महोदय जो संसद में चिल्ला रहे थे, उनको इतना भी ज्ञान नहीं है कि एसआईआर में ढाका विधानसभा में 17 हजार कुछ नाम काटा गया है, और वे कह रहे हैं कि 400 कुछ नाम काटा गया है. बोल रहे थे कि जो मर गए उन्होंने भी वोट डाला है, तो आपने एसआईआर क्यों कराया? आप पर सवाल उठता है न? खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे वाली बात हो गई है. ये परेशान हो गए हैं."

बीते बुधवार (10 दिसंबर, 2025) को आरजेडी विधायक मोतिहारी में मीडिया से बातचीत कर रहे थे. फैसल रहमान ने हमला करते हुए कहा कि चुनाव आयोग की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होती है. प्रत्येक मतदान केंद्र पर पोलिंग एजेंट पार्टी के होते हैं, ऐसे में किसी भी तरह की अनियमितता संभव नहीं है. यदि अनियमितता हुई तो पोलिंग एजेंट ने क्यों नहीं आपत्ति जताई? उन्होंने कहा कि जनता का फैसला सबसे ऊपर है. ढाका की जनता ने उन्हें विधानसभा भेजा है.

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बता दें कि ढाका विधानसभा सीट पूर्वी चंपारण में आती है. दूसरे फेज यानी 11 नवंबर को वोटिंग हुई थी. बिहार विधानसभा चुनाव (2025) में पूर्वी चंपारण जिले की 12 विधानसभा सीटों में से एनडीए ने 11 पर कब्जा किया है. सिर्फ ढाका विधानसभा सीट पर 178 मतों के अंतर से आरजेडी के फैसल रहमान की जीत हुई है. इस सीट से बीजेपी के पवन जायसवाल की हार हुई है. अब बीजेपी सांसद के बयान के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है.

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