पटना: एलजेपी सांसद और बिहार एलजेपी के अध्यक्ष प्रिंस राज (Prince Raj) के खिलाफ दुष्कर्म मामले में प्राथमिकी दर्ज की है. दिल्ली के एक अदालत के आदेश पर एलजेपी नेता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. इधर, इस मामले में उन्होंने दिल्ली की ही अदालत में जमानत याचिका दायर कर दी है. हालांकि, समस्तीपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद प्रिंस के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सूबे का सियासी पारा चढ़ गया है. लेकिन बीजेपी (BJP) ने इस पूरे मामले पर चुप्पी साध ली है.


मामला सामाजिक रूप से संवेदनशील


सांसद प्रिंस राज के खिलाफ दर्ज मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद (Nikhil Anand) ने कहा, "सांसद प्रिंस राज से संबंधित रिपोर्ट किया गया मामला बहुत संवेदनशील है और कानून अपना काम करेगा. चूंकि मामला सामाजिक रूप से संवेदनशील है, इस मुद्दे पर कोई व्यक्तिगत या राजनीतिक बयान नहीं होना चाहिए जिसमें एक युवा लड़का और लड़की शामिल है. "


छवि को धूमिल करने की साजिश


इधर, समस्तीपुर सांसद पर एफआईआर होने के बाद एलजेपी (पारस गुट) उनके बचाव में उतर आई है. पार्टी प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दावा किया कि पूरा मामला उनकी पार्टी और प्रिंस राज की छवि को धूमिल करने की साजिश है. अग्रवाल ने यहां तक कहा कि ये मामला हनीट्रैप का भी हो सकता है. 


अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज


दरअसल, 9 सितम्बर को नई दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में प्रिंस राज के खिलाफ रेप का मामला दर्ज हुआ है. दिल्ली की एक अदालत के आदेश पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. दिल्ली पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर प्रिंस राज के खिलाफ आईपीसी की अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया है. ये महिला लोक जनशक्ति पार्टी की ही एक पूर्व कार्यकर्ता बताई जा रही है. हालांकि, पार्टी इस पूरे मामले को गलत बात रही है.



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