आरा: कोरोना महामारी के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा शहर के तमाम छोटे-बड़े मंदिरों को सावन माह में बन्द करवा दिया गया था. ताकि मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ ना उमड़े. लेकिन इस बात से नाराज होकर मंदिर के महंत भूख हड़ताल पर बैठ गए थे. महंत के समर्थन में कुछ हिंदू संगठन के कार्यकर्ता बुधवार को जिले के प्रसिद्ध आरण्य देवी मंदिर के पास सड़क जाम कर धरने पर बैठ गए, जिसके बाद जिला प्रशासन ने कोरोना के गाइडलाइंस का पालन करते हुए मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोलने की इजाजत दे दी.


दो दिनों बाद तोड़ा अनशन  


बता दें कि मंदिर के महंत सोमवार को जिला प्रशासन द्वारा मंदिर बंद कराए जाने के बाद आमरण अनशन पर बैठ गए थे. आमरण अनशन के दूसरे दिन भोजपुर एडीएम और आरा सीओ की मौजूदगी में मंदिर के महंत मनोज बाबा को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया गया. दरअसल, दो दिनों से मंदिर के महंत मनोज बाबा अनशन पर बैठे हुए थे, जिसको लेकर बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद एवं शिव सेना ने  बुधवार को आरण्य देवी मंदिर के समीप सभी दुकानों को बंद करा कर सड़क जाम कर धरना दिया था.


कोरोना गाइडलाइंस का करना होगा पालन


घटना को लेकर अफरा-तफरी मच गई थी. इधर, धरना की सूचना पाकर सीओ समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी सड़क जाम कर रहे लोगों को समझाने के लिए मौके पर पहुंचे. काफी देर तक बातचीत हुई, इसके बाद मंदिर का गेट खोलने का निर्देश दिया गया. लेकिन कोरोना गाइडलाइंस का पालन करने वाले श्रद्धालु ही मंदिर में दर्शन कर सकेंगे. बता दें कि मंदिर में दर्शन को लेकर काफी बवाल मचा था.


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