पटना: बिहार सरकार नए साल में सभी निजी और सरकारी स्कूलों को खोलने की तैयारी में है. सरकार के शिक्षा विभाग ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया है. हालांकि, कोरोना काल में छात्रों को किस प्रकार स्कूल बुलाया जाए इसपर पेंच फंसा हुआ था. लेकिन शिक्षा विभाग ने इसका भी उपाय निकाल लिया है.


बिहार सरकार के शिक्षा विभाग में गुरुवार को स्कूलों खोलने को लेकर गाइडलाइन जारी किया है. गाइडलाइन के अनुसार ऑड-ईवन के पैटर्न पर बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा. यानि ऑड और ईवन रोल नंबर वाले छात्र अलग-अलग दिन स्कूल आएंगे. गाइडलाइन के अनुसार एक समय पर कक्षा में कुल छात्रों के केवल 50 प्रतिशत को ही उपस्थित रहने की है, बांकी छात्र अगले दिन स्कूल आएंगे.


शिक्षा विभाग के गाइडलाइन के अनुसार हर कक्षा में बेंच-डेस्क के 6 फुट की दूरी रखी जाएगी. स्कूल में जगह-जगह हैंड सेनेटाइजर रखे जाएंगे. ये तमाम जानकारी स्कूलों द्वारा अभिभावकों को दी जाएगी.


प्रत्येक कक्षा में छात्रों की कुल क्षमता की 50 प्रतिशत उपस्थिति पहले दिन रहेगी और शेष 50 प्रतिशत की उपस्थिति दूसरे दिन रहेगी. इस प्रकार किसी भी कार्य दिवस पर किसी भी कक्षा में कुल क्षमता के 50 प्रतिशत से अधिक छात्रों की उपस्थिति नहीं होगी. वहीं, संस्थान/विद्यालय जिसमें नामांकन अधिक हैं वहां दो पाली में कक्षा संचालित की जाएगी और प्रत्येक शिफ्ट के समय परिस्थिति अनुकूल कम किया जाएगा.


गाइडलाइन के अनुसार स्कूलों में डिजिटल थर्मोमीटर, सेनेटाइजर, साबुन आदि की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही संस्थान और विद्यालय की परिवहन व्यवस्था आरंभ किए जाने के पहले उनकी सेनेटाइजेशन कराई जाएगी. शिक्षा विभाग के गाइडलाइन के अनुसार संस्थान और विद्यालय में आकस्मिक सुरक्षात्मक संबंधी तैयारी के लिए उत्तरदायी टीम का गठन किया जाएगा, जो संस्थान और विद्यालय के सेनेटाइजेशन, साफ-सफाई, समाजिक दूरी आदि के लिए उत्तरदायी होंगे.


बता दें कि 8 दिसंबर को क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक के बाद बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया था कि चार जनवरी से 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खोले जाएंगे. वहीं, कॉलेज के फाइनल ईयर स्टूडेंट भी क्लास अटेंड कर सकेंगे. स्कूल कॉलेजों को पहले चरण में खोलने के दो सप्ताह के बाद फिर से समीक्षा की जायेगी. अगर सब कुछ सामान्य रहा तो 18 जनवरी से सभी स्कूलों में पहले की तरह पढ़ाई होगी.