पटना: बिहार सरकार ने सूबे में लागू लॉकडाउन के बीच ये आदेश जारी किया है कि मंत्री क्षेत्र का परिभ्रमण नहीं करेंगे. अगर उन्हें किसी भी योजना के कार्यान्वयन के संबंध में जानकारी लेनी है या कोई समीक्षा करनी है तो वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से करें. इस फैसले के पीछे सरकारी का ये मानना है कि मंत्रियों के क्षेत्र में घूमने से जनता पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है. आम जनता ये सोच सकती है कि अगर मंत्री लॉकडाउन में घूम सकते हैं, तो हम भी बाहर घूम सकते हैं. 


विपक्ष ने साधा निशाना


सरकार के फैसले के बाद मंत्रियों ने क्षेत्र का परिभ्रमण बंद कर दिया है. हालांकि, महामारी के वक्त सरकार के इस फैसले पर विपक्ष हमलावर है. सरकार के इस फैसले पर जहां जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संभलने की नसीहत दी है. वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर तंज कसा है. 


 






पप्पू यादव ने ट्वीट कर कहा, " अफसरों को कोरोना में भ्रमण की छूट. मंत्री-जनप्रतिनिधियों पर रोक. जनता मंत्री-एमएलए एमपी को चुनती है. सीएम साहब के नाक के बाल नौकरशाहों को नहीं! वैसे मुख्यमंत्री जी आपके नवरत्न नौकरशाह ही सबसे बड़े लुटेरे हैं उन्होंने ही बिहार का बंटाधार किया है. संभल जाइए!"


 






इधर, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा, " बिहार एनडीए के सभी एमपी, जेडीयू-बीजेपी के मंत्री और एमएलए डर के मारे घरों में छिपे बैठे है. राजद के सभी विधायक और नेतागण कठिन समय में स्वयं जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं. यह देख बेचैन नीतीश सरकार ने अब दिखावटी आदेश निकाला है कि कोई मंत्री घर से बाहर नहीं निकलेगा जैसे की पहले निकल रहे थे. "


मालूम हो कि बिहार में एक जून तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है. इस दौरान 11 बजे के बाद किसी को भी बेवजह बाहर निकलने की अनुमति नहीं है, वहीं, अनावश्यक गाड़ियों के परिचालन पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. 


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