पटना: जाप राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव (Pappu Yadav) शुक्रवार को पटना के बाजार समिति स्थित आर.के कॉलोनी गए, जहां गुरुवार की शाम 12 वर्षीय सलोनी और 10 वर्षीय शालू को छत से फेंक दिया गया था. इस घटना में एक बच्ची की मौत हो गई थी. जबकि एक अस्पताल में इलाजरत है. जाप सुप्रीमो ने परिजनों से मुलाकात कर तत्काल उन्हें 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देते हुए कहा कि पार्टी बच्ची के इलाज का पूरा खर्च देगी. जाप के स्वास्थ्य सचिव मुन्ना लगातार पीएमसीएच में बच्ची के परिजनों के साथ बेहतर इलाज के लिए बने हुए हैं. 


बिहार में सुरक्षित नहीं हैं बेटियां


जाप सुप्रीमो ने कहा कि बिहार में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. बाजार समिति की घटना की एसआईटी द्वारा उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए , ताकि इस हृदय विदारक घटना की सच्चाई सामने आ सके. उन्होंने कहा कि बिहार में गर्ल्स हॉस्टल के संचालन का कोई मानक सरकार ने तय नहीं किया है. प्रशासन के पास गर्ल्स हॉस्टल संचालन करने वाले किसी भी व्यक्ति कोई जानकारी नहीं हैं.


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जांच के लिए एसआईटी का हो गठन


पप्पू यादव ने आरोप लगाते हुए कहा, " पटना में ड्रग्स और स्मैक प्रशासन की संरक्षण में बिकता है. पुलिस सिर्फ वसूली में लगी रहती हैं. अभी हमने उनके परिजनों से मुलाकात की और अपनी संवेदना व्यक्त की. हम इस परिवार के साथ हैं.  इस घटना की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए." 


क्या है पूरा मामला ?


गौरतलब है कि राजधानी पटना में गुरुवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. घटना जिले को बहादुरपुर थाना क्षेत्र की है, जहां रामकृष्ण कॉलोनी स्थित पांच मंजिला मकान से युवक ने दो मासूम बच्चियों को नीचे फेंक दिया. इस घटना में एक बच्ची की मौके पर मौत हो गई. जबकि दूसरी बच्ची पीएमसीएच में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही है. इधर, घटना के बाद इलाके में अफरा तफरी मच गई है. घटना में शामिल एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जबकि, एक अन्य फरार है. 


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