आरा: बिहार के भोजपुर जिले के अगिआंव विधानसभा के मौजूदा विधायक मनोज मंजिल ने आरा सदर के वर्तमान अंचलाधिकारी प्रवीण कुमार पांडेय के खिलाफ आरा व्यवहार न्यायालय में परिवाद पत्र दायर किया है. माले विधायक की ओर से अंचलाधिकारी पर सरकारी पद का दुरुपयोग करने, जाति सूचक शब्द संबंधित गाली देने और समर्थकों के साथ धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया गया है.


क्या है पूरा मामला?


जानकारी अनुसार माले पार्टी के कार्यकर्ता रंजन यादव की बीते 18 जून को सड़क हादसे में मौत हो गई थी. पति की मौत के बाद पत्नी पूजा देवी मुआवजे को लेकर लगातार सीओ के कार्यालय के चक्कर लगा रही थी. इसी क्रम में पूजा देवी द्वारा सभी कागजात 3 जुलाई को आरा के सीईओ को सौंप दिया गया, जिसके बाद सीओ ने उन्हें साथ छह जुलाई को मिलने के लिए कहा गया. 


इधर, जब छह जुलाई को अगिआंव विधायक मनोज मंजिल अपने समर्थकों के साथ आरा के सीईओ से मिलने गए तो वह अपने कार्यालय में मौजूद नहीं थे. ऐसे में विधायक ने कई बार सीओ को कॉल किया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. इस बात से नाराज होकर विधायक अपने समर्थकों के साथ आरा सदर अंचल कार्यालय के मुख्य द्वार के सामने धरना पर बैठ गए.


सीओ ने कही ये बात


धरने की जानकारी पाकर अंचलाधिकारी आधे घंटे बाद अंचल कार्यालय पहुंचे और अपने सरकारी पद का दुरुपयोग करते हुए जातिसूचक शब्द संबंधित गाली देने लगे. वहीं, समर्थकों के साथ धक्का-मुक्की की गई. इसी मामले में विधायक मनोज मंजिल के द्वारा आरा कोर्ट में सीईओ के खिलाफ परिवाद पत्र दायर किया गया है. 


वहीं, इस पूरे मामले में आरा अंचलाधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि केस के बारे कोई जानकारी नहीं है. पिछले छह जुलाई को अंचल कार्यालय में धरना दिया गया था और उनलोगों की मांग को भी पूरा कर दिया गया था. अनुमंडल पदाधिकारी सदर के आदेश पर धरना देने के खिलाफ में केस किया गया था. संभावना है कि उसी को लेकर विधायक और उनके समर्थक द्वारा कोर्ट में केस किया गया होगा.


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