पटना: प्रतिबंधित हथियार की बरामदगी मामले में सजा काट रहे बिहार के मोकामा विधानसभा से आरजेडी विधायक अनंत सिंह की सोमवार को पटना के सिविल कोर्ट में पेशी हुई. पेशी के लिए अनंत सिंह को स्ट्रेचर पर लाया गया. जेलकर्मी अनंत को स्ट्रेचर पर लेकर आए. यह देख अंनत के करीबी माने जाने वाले बंटू सिंह समेत अन्य समर्थक भड़क गए और नीतीश सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जमकर कोसा.


बता दें कि पटना के बेऊर जेल में बंद बाहुबली विधायक अनंत सिंह की तबियत खराब चल रही है. अनंत इन दिनों कमर और गर्दन के दर्द के साथ-साथ अन्य कई बीमारियों से परेशान चल रहे हैं. ऐसे में इलाज के लिए उनको एम्स में भर्ती कराया गया था, लेकिन 5 दिनों के इलाज के बाद उन्हें वापस जेल भेज दिया गया. वहीं, आज कड़ी सुरक्षा के बीच स्ट्रेचर पर लेटाकर उन्हें पेशी के लिए कोर्ट में लाया गया.


पेशी के लिए इस तरह से लाए जाने पर उनके समर्थन नाराज हैं और सरकार पर मनमानी करने का आरोप लगा रहे हैं. अनंत सिंह के बेहद करीबी और आरजेडी प्रवक्ता बंटू ने कहा कि अनंत सिंह की तबीयत खराब है, इसके बावजूद विधायक को बेहोशी की हालत में कोर्ट में पेश किया गया.


उन्होंने कहा कि अनंत सिंह ने हर समय कानून का पालन किया है और हर डेट पर पेशी के लिए मौजूद रहते हैं. लेकिन आज उन्हें काफी सुरक्षा के बीच स्ट्रेक्चर पर लाया गया. उनकी तबीयत को देखते हुए एम्स के डॉक्टर ने उन्हें एक महीने बेड रेस्ट करने को कहा है. वह अपनी जगह से हिल भी नहीं पाते हैं.


बंटू सिंह ने नीतीश सरकार पर अनंत सिंह को जान से मारने की साजिश करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा चुनाव से पहले उनको मारने का प्रयास किया था. अनंत सिंह को स्ट्रेक्चर पर लेटाकर जमीन पर रखा गया है. यह बात बर्दाश्त के बाहर है. सरकार मनमानी कर रही है. उन्होंने नीतीश कुमार को चेतावनी देते हुए कहा कि यह नीति खत्म कीजिए. ऐसा करके आप अनंत सिंह को पैरों में गिरना चाहते हैं, तो ऐसा कभी नहीं होगा.


बंटू सिंह ने कहा कि अनंत सिंह ब्रमर्षि हैं. ये कभी किसी के पैर पर न गिरे हैं, और न ही आगे गिरेंगे. सरकार अनंत सिंह को परेशान कर रही है. मेरे साथ भी पुलिस प्रशासन ने धक्का-मुक्की की है. उनके साथ जाने से रोक दिया गया. फिर मुझे बाद में बुलाया गया. उन्होंने चैलेंज देते हुए कहा कि अगर ऐसा होता रहा तो, बहुत बड़ा आंदोलन होगा. नीतीश सरकार होश में आ जाये, अगर मेरे विधायक को कुछ भी हुआ तो, पूरे बिहार की जनता को जवाब देना पड़ेगा.