विक्राम राठौर भारतीय टीम के नए बैटिंग कोच बनने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. ऑल इंडिया सेलेक्शन कमेटी ने उम्मीदवारों को गुरूवार को मुंबई में शॉर्टलिस्ट किया. 5 सदस्यों की कमेटी ने विक्रम राठौर को संजय बांगर की जगह बैटिंग कोच चुना वहीं भरत अरुण और आर. श्रीधर को एक बार फिर से रिटेन किया गया है.


50 साल के राठौर ने भारत के लिए 6 टेस्ट मैच और 1996 में 7 वनडे खेले हैं. हालांकि उन्हें पंजाब की तरफ से खेलते हुए घरेलू क्रिकेट में ज्यादा फायदा नहीं मिला. साल 2016 तक वो संदीप पाटिल के चेयरमैनशिप में सीनियर नेशनल सेलेक्टर के भीतर थे.

बल्लेबाजी कोच पद के लिए राठौर के अलावा मार्क रामप्रकाश भी शॉर्ट लिस्ट किए गए हैं, लेकिन राठौर पहली पसंद माने जा रहे हैं. सीसीआई के नए संविधान के मुताबिक, मुख्य कोच को चुनने की जिम्मेदारी क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) की है जबकि सपोर्ट स्टाफ को चुनने का जिम्मा चयन समिति पर है.

सीएसी ने रवि शास्त्री को मुख्य कोच के पद पर बनाए रखने का फैसला किया है. यन समिति ने अपने बीसीसीआई मुख्यालय में टीम का सपोर्ट स्टाफ चुनने के लिए उम्मीदवारों का साक्षात्कार लिया.

एम.एस.के. प्रसाद की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय सीनियर चयन समिति में प्रसाद के अलावा, शरणदीप सिंह, गगन खोडा और जतिन परांजपे शामिल थे जबकि देवांग गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये इसमें हिस्सा लिया.

समिति ने बल्लेबाजी कोच पद के लिए 14 उम्मीदवारों, गेंदबाजी कोच के लिए 12, फील्डिंग कोच के लिए नौ, फिजियोथेरेपिस्ट पद के लिए 16, स्ट्रेंथ और कंडिशनिंग कोच पद के लिए 12 और एडमिनिस्ट्रेटिव मैनेजर पद के लिए 24 उम्मीदवारों का साक्षात्कार लिया. चार दिवसीय यह साक्षात्कार सोमवार को शुरू हुआ और यह गुरुवार तक चला.

चयन समिति ने गेंदबाजी कोच के लिए अरुण के अलावा पारस म्हाम्ब्रे और वेंकटेश प्रसाद को शॉर्ट लिस्ट किया है, लेकिन माना जा रहा है कि अरुण अपने पद पर बने रहेंगे.

इसके अलावा फील्डिंग कोच के लिए श्रीधर के अलावा अभय शर्मा और टी. दिलीप के नामों की शॉर्ट लिस्ट किया गया है लेकिन यहां भी श्रीधर के अपने पद पर बने रहने की उम्मीद है. अरुण का गेंदबाजी कोच बने रहना पहले से ही तय था. वहीं फील्डिंग कोच आर. श्रीधर के भी टीम के साथ बने रहने की संभावनाएं थी.

पूर्व बल्लेबाज प्रवीण आमरे ने भी बल्लेबाजी कोच के लिए आवेदन दिया था, लेकिन राठौर चयनकर्ताओं की पहली पसंद माने जा रहे हैं.