27 सितंबर से शुरु होने वाली पाकिस्तान-श्रीलंका सीरीज़ पर शंका के बादल मंडराने लगे हैं, श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि वो इस दौरे को लेकर एक बार फिर से विचार करेगी. जिसके बाद पाकिस्तानी कप्तान सरफराज़ अहमद का दर्द छलट उठा. सरफराज़ ने कहा है कि उनकी टीम ने हमेशा दूसरे देशों का दौरा करके उनका समर्थन किया है.


पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान सरफराज अहमद ने कहा है कि उनका क्रिकेट बोर्ड श्रीलंका की टीम से सिर्फ अपील कर सकता है कि वे पाकिस्तान में आकर क्रिकेट खेलें.

उन्होंने साथ ही कहा कि बीते कुछ वर्षो में देश में विदेशी खिलाड़ियों को पुख्ता सुरक्षा मुहैया कराई गई है.

श्रीलंका टीम 27 सितंबर से पाकिस्तान के दौर पर होगी. श्रीलंका टीम के दस खिलाड़ियों ने सुरक्षा कारणों से इस दौरे पर जाने पर मना कर दिया था. इसके बाद श्रीलंका बोर्ड ने टीम के सदस्यों के नामों का ऐलान किया. इस दौरे को लेकर सब कुछ तय हो गया था कि अचानक श्रीलंका के प्रधानमंत्री कार्यालय को सूचना मिली कि उनकी टीम पर पाकिस्तान दौरे पर आतंकी हमला हो सकता है.

पाकिस्तानी अखबार द डॉन ने सरफराज के हवाले से लिखा है, "यहां बीते कुछ वर्षो में मैच हुए हैं और इस दौरान सुरक्षा का कोई मुद्दा नहीं रहा."

सरफराज ने कहा कि श्रीलंका को यह नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान टीम ने तब वहां का दौरा किया था जब श्रीलंका में हालात खराब थे और अंतर्राष्ट्रीय टीमें वहां नहीं जाती थीं.

पाकिस्तानी कप्तान ने कहा, "पाकिस्तान ने हमेशा दूसरे देशों का दौरा कर उनका साथ दिया है. पाकिस्तान ने श्रीलंका में ईस्टर पर हुए आतंकी हमले के बाद भी कुछ ही सप्ताह पहले अपनी टीम जूनियर वहां भेजी थी."

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कहा है कि वह करीबी तौर पर हर स्थिति पर नजर रखे हुए है लेकिन उसने साफ कर दिया है कि न्यिूट्रल वेन्यू पर सीरीज के आयोजन का सवाल ही नहीं है.

आपको बता दें कि सुरक्षा कारणों से जिन 10 श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने पाकिस्तान जाने से मना किया है, उनमें दिग्गज लसिथ मलिंगा भी शामिल हैं.