IPL Auction: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की नीलामी से पहले लोगों के मन में कई सवाल आते हैं और इनमें बेस प्राइस भी एक बड़ा सवाल होता है. हर खिलाड़ी की नीलामी में एक बेस प्राइस होती है जिस पर उसके लिए नीलामी में बोली लगती है, लेकिन यह बेस प्राइस क्या होती है इसे हर कोई जानना चाहता है. आइए जानते हैं बेस प्राइस से जुड़ी हर अहम बात. 


क्या होता है बेस प्राइस?


बेस प्राइस वह कीमत है जिस पर खिलाड़ी की नीलामी शुरू होती है. उदाहरण के लिए यदि खिलाड़ी की बेस प्राइस एक करोड़ रूपये है तो उसके लिए बोली एक करोड़ रूपये से ही शुरू होगी और फिर वहां से इसे आगे ले जाया जाएगा. यदि कई टीमों ने बोली नहीं लगाई तो खिलाड़ी अपनी एक करोड़ रूपये की बेस प्राइस में ही बिक जाएगा. बेस प्राइस इसलिए रखी जाती है ताकि खिलाड़ी को उससे कम कीमत में ना खरीदा जा सके.


कौन तय करता है बेस प्राइस?


अपनी बेस प्राइस खिलाड़ी खुद तय करते हैं और इसे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को बताते हैं. बेस प्राइस फिक्स करने के साथ ही खिलाड़ी अपने बोर्ड ने अनापत्ति प्रमाण पत्र भी हासिल करते हैं और इसे भी बीसीसीआई के सामने प्रस्तुत करते हैं. खिलाड़ियों की बेस प्राइस 20 लाख रूपये से लेकर दो करोड़ रूपये तक हो सकती है. दो करोड़ की बेस प्राइस कम ही खिलाड़ी रखते हैं और इसमें अधिकतर बड़े इंटरनेशनल क्रिकेटर शामिल होते हैं. 


अनकैप्ड खिलाड़ी अक्सर अपनी बेस प्राइस सबसे कम यानि कि 20 लाख रूपये रखते हैं. अनकैप्ड उन खिलाड़ियों को कहा जाता है जिन्होंने अपने देश के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला हो. कई बार कम बेस प्राइस वाले खिलाड़ी भी काफी अधिक कीमत में बिक जाते हैं. 


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