India vs Scotland: 2021 टी20 विश्व कप में कल भारत और स्कॉटलैंड की टीमें आमने-सामने होंगी. यह मैच दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में शाम साढे सात बजे से खेला जाएगा. सेमीफाइनल में पहुंचने की संभावना दूसरी टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर होने के कारण ‘अगर मगर’ के फेर में फंसी टीम इंडिया टी20 विश्व कप में स्कॉटलैंड के खिलाफ शुक्रवार को एक और ‘करो या मरो’ के मैच में बड़े अंतर से जीत दर्ज करने के इरादे से उतरेगी.


अफगानिस्तान पर 66 रन से मिली जीत के बाद विराट सेना की नजरें उस लय को कायम रखने पर लगी होंगी. इस मैच में भारत को न सिर्फ जीत दर्ज करनी होगी बल्कि नेट रन रेट सुधारने के लिये बड़े अंतर से जीत और दूसरी टीमों के नतीजे अपने अनुकूल रहने की भी उम्मीद करनी होगी. 


पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से पहले दो मैचों में करारी हार से भारत का रन रेट काफी खराब हो गया था. भारत के लिये अब हर मैच करो या मरो का ही है. पाकिस्तान लगातार चार जीत के साथ सेमीफाइनल में पहुंच चुका है और न्यूजीलैंड भी ग्रुप दो से क्वालीफाई करने का प्रबल दावेदार है. वैसे न्यूजीलैंड अगर नामीबिया या अफगानिस्तान से हारता है तो भारत की उम्मीदें बन सकती हैं. हालांकि, भारतीय टीम उसी पर फोकस करना चाहेगी जो उसके हाथ में है. ऐसे में विराट कोहली और टीम की नजरें स्कॉटलैंड को भारी अंतर से हराने पर लगी हैं.


पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ नाकाम रहे भारत के बल्लेबाज और गेंदबाज, दोनों ने अफगानिस्तान के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया. तीसरे नंबर पर उतारने के विवादास्पद फैसले के बाद रोहित शर्मा से फिर पारी की शुरूआत कराई गई और उन्होंने शानदार अर्धशतक जमाकर अपना फॉर्म जाहिर कर दिया. रोहित ने मैच के बाद स्वीकार किया कि पहले दो मैचों में कुछ फैसले गलत हो गए. रोहित, केएल राहुल, ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या सभी ने अफगानिस्तान के खिलाफ रन बनाएं. न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में बाहर रहने के बाद टीम में लौटे सूर्यकुमार यादव के आने से बल्लेबाजी मजबूत हुई है. उनके अलावा रविंद्र जडेजा भी निचले क्रम पर उपयोगी साबित होते हैं.


गेंदबाजी में चार साल बाद टी20 मैच खेल रहे रविचंद्रन अश्विन ने चार ओवर में 14 रन देकर दो विकेट लिये. उन्हें लगातार बाहर रखने के फैसले की आलोचना के बाद आखिरकार उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई. कप्तान विराट कोहली ने मैच के बाद कहा, अश्विन की वापसी काफी सकारात्मक रही. उसने इसके लिये काफी मेहनत की है. उसने आईपीएल में भी यह नियंत्रण और लय दिखाई थी. वह चतुर होने के साथ विकेट लेने वाला गेंदबाज भी है.


स्पिनर वरूण चक्रवर्ती की चोट के कारण अश्विन को उतारा गया. हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का दबाव झेलने में चक्रवर्ती की नाकामी जाहिर हो गई और अब उनका आगे खेलना संभव नहीं लग रहा. मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने भी उम्दा गेंदबाजी की.