Volcano Erupted In Iceland: दक्षिण-पश्चिमी आइसलैंड में सोमवार (18 दिसंबर) देर रात एक ज्वालामुखी फट गया. ज्वालामुखी फटने के बाद रेक्जेन्स प्रायद्वीप पर लावा फैल गया. इससे इलाके में दहशत का माहौल है. सुरक्षा के मद्देनजर ग्रिंडाविक शहर से हजारों लोगों को बाहर निकाल लिया गया है. ज्वालामुखी फटने के कारण देश में इमरजेंसी घोषित कर दी गई.  
 
इस संबंध में आइसलैंड के राष्ट्रपति गुडनी जोहान्सन ने कहा है कि खाली कराए गए ग्रिंडाविक शहर के पास विस्फोट शुरू हो गए हैं. हमारी प्राथमिकता लोगों की जिंदगी और बुनियादी ढांचे की रक्षा करना है. उन्होंने बताया कि सिविल डिफेंस ने प्रभावित क्षेत्र को बंद कर दिया है. फिलहाल हम प्रकृति की ताकत देखने के लिए इंतजार कर रहे हैं. हम तैयार हैं और सतर्क हैं.  


विस्फोट के बाद इमरजेंसी घोषित
आइसलैंड के राष्ट्रीय पुलिस आयुक्त ने बताया कि ज्वालामुखी विस्फोट के बाद इमरजेंसी घोषित कर दी गई है. साथ ही नागरिकों के लिए चेतावनी जारी की गई है. वहीं, आइसलैंड के नागरिक सुरक्षा विभाग प्रमुख विदिर रेनिसन ने एक स्थानीय न्यूज चैनल को बताया कि लोगों से क्षेत्र से दूर रहने का आग्रह किया गया.






भूकंप के कारण ज्वालामुखी में दरार
वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक देश के मौसम विभाग के अनुसार यह विस्फोट सोमवार की रात लगभग 9 बजे आए भूकंप के झटके के बाद हुआ. विभाग ने कहा कि भूकंप के कारण ज्वालामुखी में दरार आ गई. इसकी लंबाई लगभग 3.5 किमी है और ज्वालामुखी विस्फोट के बाद करीब 100 से 200 क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड की दर से लावा बह रहा. 


ज्वालामुखी फटने से पहले आए भूकंप
 फिलहाल विस्फोट के सटीक स्थान और आकार की पुष्टि करने के लिए एक हेलीकॉप्टर को इलाके में भेजा गया है. रिपोर्ट के मुताबिक ज्वालामुखी फटने से पहले आइसलैंड में लगभग 800 भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.


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