India In UNGA: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने बुधवार को चार यूक्रेनी क्षेत्रों के रूसी कब्जे की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया. कुल 143 देशों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि पांच ने इसके खिलाफ मतदान किया. भारत (India) सहित 35 से अधिक सदस्य देश इस प्रस्ताव से दूर रहे और उन्होंने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया. यह प्रस्ताव रूस के सुरक्षा परिषद में इसी तरह के एक प्रस्ताव को वीटो करने के कुछ दिनों बाद आया है, जिसमें भारत ने भाग नहीं लिया था.


रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास होने पर क्या बोले जेलेंस्की?


यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास होने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने ट्वीट किया, "143 राज्यों के आभारी हैं जिन्होंने ऐतिहासिक #UNGA प्रस्ताव "यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता: संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों का बचाव" का समर्थन किया. दुनिया का कहना था - आरएफ के विलय का प्रयास बेकार है और इसे कभी भी स्वतंत्र राष्ट्रों द्वारा मान्यता नहीं दी जाएगी."






पुतिन की डिमांड के खिलाफ भारत का वोट


सोमवार (10 अक्टूबर) को भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस (Russia) को बड़ा झटका दिया था. भारत ने पुतिन की गुप्त मतदान वाली मांग को खारिज कर दिया था. दरअसल, संयुक्त राष्ट्र महासभा में यूक्रेन के चार क्षेत्रों पर अवैध कब्जे को लेकर रूस के खिलाफ एक मसौदा प्रस्ताव लाया गया. इस प्रस्ताव में रूस की निंदा करने के लिए खुले मतदान की मांग की गई, लेकिन पुतिन (Putin) चाहते थे कि इस पर गुप्त मतदान हो. वहीं पुतिन की इस डिमांड के खिलाफ भारत ने यूएन में वोट डाला. यह प्रस्ताव अल्बानिया लेकर आया था.


पक्ष में पड़े 107 वोट, 13 देशों ने किया विरोध


अल्बानियाई प्रस्ताव के पक्ष में 107 वोट पड़े, जबकि 13 देशों ने प्रस्ताव का विरोध किया. उधर, चीन, ईरान और रूस सहित 24 देशों ने प्रस्ताव पर वोट ही नहीं किया. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सितंबर के अंतिम सप्ताह में औपचारिक रूप से यूक्रेन के चार क्षेत्रों - डोनेट्स्क, लुहान्स्क, खेरसॉन और ज़ापोरिज्जिया के विलय की घोषणा के लिए दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए थे.


रूस ने तेज किए हमले


क्रीमिया पुल विस्फोट (Crimea Bridge Blast) के बाद इस सप्ताह रूस और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ गया है. परिणामस्वरूप रूस ने यूक्रेन के खिलाफ अब हवाई हमले तेज कर दिए हैं. कल भी कीव में ताबड़तोड़ मिसाइल हमले किए गए और दिनभर खतरे का सायरन सुनाई दिया. यूक्रेनी सरकार ने आम नागरिकों को एयर रेड शेल्टर में जाने के लिए निर्देशित किया है. उधर, रूस की आक्रामक कार्रवाई की संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने कड़े शब्दों में निंदा की.


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