नई दिल्ली: अमेरिका में नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यभार संभालने के बाद भारत-चीन सीमा विवाद पर पहली बार टिप्पणी की गई है. अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीन की ओर से पड़ोसी देशों को डराने के रवैये को वह अच्छी तरह से जानते हैं और ऐसी स्थिती में वह अपने मित्र देशों के साथ खड़े रहेंगे.


शांतिपूर्ण तरीके से निकले समाधान


दरअसल, अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत-चीन सीमा विवाद पर चीन को आड़े हाथों लिया है. उनका कहना है, 'हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं. हम भारत और चीन की सरकारों के बीच चल रही बातचीत को जानते हैं और हम सीधे बातचीत और उन सीमा विवादों का शांतिपूर्ण समाधान निकालने की उम्मीद रखते हैं.'


हर परिस्थिती में भारत के साथ 


इसके साथ ही नेड प्राइस ने भारत को अपना दोस्त बताते हुए हर परिस्थिती में उसके साथ खड़े रहने की बात की है. उनका कहना है, 'चीन की ओर से अपने पड़ोसी देशों को लगातार डराने की कोशिश हो रही है. जिसे लेकर हम काफी चिंतित हैं. हमेशा की तरह हम अपने दोस्तों के साथ खड़े होंगे, सहयोगियों के साथ खड़े होंगे, सहयोगियों के साथ खड़े होंगे.'


डोनाल्ड ट्रंप ने भी की थी टिप्पणी


इससे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी भारत-चीन सीमा विवाद पर टिप्पणी की थी. ट्रंप ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि भारत और चीन अपने सीमा विवाद का हल जल्दी ही निकाल लेंगे. इसके साथ ही उन्होंने एक बार फिर दोनों एशियाई देशों की मदद की पेशकश की थी.


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