Russia-Ukraine War: यूक्रेन का चौंका देने वाला दावा- रूस ने युद्ध में किया बैन हो चुके ‘वैक्यूम बम’ से हमला, जानें क्यों है ये इतना खतरनाक
Russia-Ukraine War: इस वैक्यूम बम की एक और खासियत है कि यह ऑक्सीजन को सोखकर बड़ा धमाका करता है. ऐसे धमाकों के कारण इसमें से अल्ट्रासोनिक शॉकवेव निकलती है और अधिक तबाही लाता है.
Ukraine- Russia War: यूक्रेन की राजदूत ओकसाना मार्कारोव ने चौंका देने वाला दावा किया है. उन्होंने कहा है कि युद्ध के पांचवें दिन रूस ने यूक्रेन के खिलाफ प्रतिबंधित थर्मोबैरिक हथियार का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि रूस ने सोमवार को वैक्यूम बम का इस्तेमाल किया जो कि जेनेवा कंवेंशन के तहत प्रतिबंधित है. थर्मोबैरिक हथियारों में पारंपरिक गोला-बारूद का उपयोग नहीं होता है. ये एक उच्च-दाब वाले विस्फोटक से भरे होते हैं. ये शक्तिशाली विस्फोट करने के लिए आसपास के वातावरण से ऑक्सीजन सोखते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, थर्मोबेरिक बम की गिनती दुनिया के सबसे घातक परमाणु हथियार में की जाती है. इसे रूस ने 2007 में विकसित किया था. 7100 किलो वजन वाले इस बम का इस्तेमाल करने पर यह रास्ते में आने वाली बिल्डिंग और इंसानों को तबाह कर देता है. इसे एयरोसॉल बम के नाम से भी जाना जाता है. पोर्ट्समाउथ यूनिवर्सिटी के पीटर ली का कहना है कि रूस ने इस वैक्यूम बम का इस्तेमाल 2016 में सीरिया पर किया था. यह बेहद खतरनाक बम है. यह 44 टन TNT की ताकत वाला धमाका कर सकता है.
क्या है वैक्यूम बम की खासियत
इस वैक्यूम बम की एक और खासियत है कि यह ऑक्सीजन को सोखकर बड़ा धमाका करता है. ऐसे धमाकों के कारण इसमें से अल्ट्रासोनिक शॉकवेव निकलती है और अधिक तबाही लाता है. इसलिए इसे दूसरे हथियार के मुकाबले ज्यादा पावरफुल माना जाता है.
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