रूस और यूक्रेन के बीच दो महीने से भी ज्यादा समय से युद्ध जारी है. शुरुआत में माना जा रहा था कि रूस के सामने यूक्रेन ज्यादा दिन नहीं टिकेगा लेकिन अपने सहयोगियों की मदद से यूक्रेन अभी तक रूस को टक्कर दे रहा है. ऐसे में अब रूस ने गोले-बारूद के साथ-साथ साइबर हमले भी करने शुरू कर दिए हैं. माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि रूसी सरकार समर्थित हैकरों ने पिछले कुछ समय के दौरान यूक्रेन में दर्जनों संगठनों पर साइबर हमला कर उनके डेटा को नष्ट कर दिया है और “सूचनाओं का एक अराजक माहौल पैदा कर दिया है.”


रिपोर्ट में कहा गया कि लगभग आधे हमले महत्वपूर्ण अवसंरचना पर किये गए और कई बारे ऐसे हमले बमबारी के साथ-साथ किए गए. माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि रूस से संबद्ध समूह मार्च 2021 से इस हमले की तैयारी कर रहे थे ताकि वे नेटवर्क को हैक कर रणनीतिक और युद्धभूमि की खुफिया सूचनाएं एकत्र कर सकें और भविष्य में उसका इस्तेमाल कर सकें. रिपोर्ट के अनुसार युद्ध के दौरान, हैकरों ने नागरिकों की विश्वसनीय जानकारी और महत्वपूर्ण सेवाओं तक पहुंच को बाधित करने का प्रयास किया है.


गैस आपूर्ति रोकने की चेतावनी
इसके अलाव, रूस ने यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच बुधवार को नाटो के दो सदस्य देशों बुल्गारिया और पोलैंड की गैस आपूर्ति रोक कर नया मोर्चा खोल दिया है. रूस ने ताजा चेतावनी में कहा है कि वह यूरोपीय संघ के अन्य देशों की भी गैस आपूर्ति रोक सकता है. इसके साथ ही, 27 सदस्यीय यूरोपीय संघ के दशों की चिंता बढ़ गई है.


रूस के इस कदम से पश्चिम के साथ उसके संघर्ष का दायरा और व्यापक होता जा रहा है. रूसी राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने गैस आपूर्ति रोकने की यह चेतावनी जारी की है. उन्होंने कहा कि रूबल में भुगतान से इनकार करने पर अन्य यूरोपीय देशों की भी गैस आपूर्ति रोकी जा सकती है.


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