Russia Ukraine Conflict: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में बेशक अमेरिका यूक्रेन की मदद सेना भेजकर नहीं कर पा रहा है, लेकिन उसने रूस को सबक सिखाने के लिए पूरी ताकत लगा दी है. एक तरफ जहां अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन लगातार रूस पर प्रतिबंध लगा रहे हैं, तो दूसरी ओर वह यूक्रेन को युद्ध लड़ने के लिए कई तरह के हाईटेक हथियार भी उपलब्ध करा रहे हैं. ये हथियार रूसी सेना को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं. इन्हीं में से एक कमाल का हथियार है स्विचब्लेड ड्रोन्स. इनकी मदद से यूक्रेनी सेना दुश्मनों को काफी नुकसान पहुंचा रही है.


100 स्विचब्लेड ड्रोन्स मिले


रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने यूक्रेन को अभी तक 100 स्विचब्लेड ड्रोन्स दिए हैं. दिखने में छोटे ये ड्रोन टकराते ही विस्फोट करते हैं और दुश्मनों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं. इन्हें कामीकेज ड्रोन्स भी कहते हैं.


क्या है इसकी खासियत


स्विचब्लेड ड्रोन्स की सबसे बड़ी खासियत इसमें लगे कैमरे होते हैं जो दुश्मनों और उनकी हर जानकारी को ट्रैक करते हैं. यह जंगल, पहाड़ और इमारतों तक से दुश्मनों को तलाश लेता है. इसके अलावा यह टकराते ही विस्फोट करता है. ऐसे में दुश्मन को बचने का कोई मौका नहीं मिलता. यही नहीं इसे रिमोट से कंट्रोल किया जाता है. सबसे ताकतवर स्विचब्लेड ड्रोन का वजन करीब 23 किलोग्राम तक होता है. इसकी उड़ने की रेंज 40 किलोमीटर तक होती है और कमांड मिलते ही यह 185 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दुश्मनों पर गिरता है.    


इस तरह करता है काम


यह ड्रोन्स लंबी दूरी वाले प्रीडेटर ड्रोन्स की तुलना में साइज में छोटे होते हैं. इसे चलाने वाले को इस हथियार को मिसाइल की तरह लॉन्च करना पड़ता है. यह बिल्कुल मोर्टार छोड़ने जैसा होता है. जब इन्हें लॉन्च पैड से रिलीज किया जाता है तो हवा में थोड़ा ऊपर जाने के बाद इसके पंख खुल जाते हैं. अब इसे ऑपरेट करने वाला रिमोट की मदद से इसे दुश्मनों की तरफ बढ़ाता है. वहीं इसमें लगे कैमरों से दुश्मों के अड्डों का पूरा वीडियो दिखता है. ऐसे में स्क्रीन पर सही टिखाना देखते ही इसे ब्लास्ट कराना होता है. ड्रोन रूपी यह मिसाइल टैंकों, बख्तरबंद वाहनों, बंकरों और सैनिकों को तबाह कर देता है. अचानक इससे बचना भी संभव नहीं होता है. इसका नाम स्विचब्लेड इसलिए हैं क्योंकि ऊपर जाने के बाद इसके पंख अपने आप खुल जाते हैं.


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