यूक्रेन संकट काफी गहरा गया है. रूस और यूक्रेन (Ukraine) के बीच कभी भी जंग छिड़ सकती है. पूर्वी यूक्रेन में रूस की ओर से दो अलग देशों डोनेत्स्क (Donetsk) और लुगंस्क (Lugansk) को मान्यता देने के बाद तनाव और गहरा गया है. यूक्रेन और उसके आसपास के इलाके में भारी संख्या में भारतीय नागरिक (Indian Citizens) रहते हैं. यूक्रेन और उसकी सीमा के पास के इलाके में करीब 20 हजार भारतीय नागरिक रहते हैं जिनमें सैकड़ों छात्र भी शामिल हैं. यूक्रेन में गहराते संकट के बीच भारतीय नागरिकों के लिए भी सुरक्षा को लेकर खतरे की स्थिति बन गई है. एअर इंडिया (Air India) की ओर से भारतीय नागरिकों को लाने के लिए पहल की गई है.


यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को लाने के लिए स्पेशल फ्लाइट्स


यूक्रेन में जारी तनाव को देखते हुए भारत ने अतिरिक्त उड़ानों को संचालित करने का फैसला किया है. यूक्रेन में भारतीय दूतावास के मुताबिक कीव (Kyiv) से दिल्ली के लिए चार उड़ानें 25 फरवरी, 27 फरवरी और 6 मार्च, 2022 को संचालित होंगी. इसके अलावा 22 फरवरी, 24 फरवरी और 26 फरवरी को बोरिस्पिल एयरपोर्ट से भारत के लिए उड़ानें संचालित करने का फैसला लिया गया है. एअर इंडिया की स्पेशल फ्लाइट 22 फरवरी को भारतीय नागरिकों को लाने के लिए यूक्रेन पहुंची थी. बुकिंग ऑफिस, ट्रेवल एजेंट के जरिए टिकट बुक किया जा सकता है. 


हेल्पलाइन या टोल फ्री नबंर पर कर सकते हैं संपर्क


यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लाने के लिए भारत सरकार ने कोशिशें और तेज कर दी है. अगर किसी व्यक्ति के रिश्तेदार या फिर किसी के दोस्त यूक्रेन में फंसे हैं तो भारत सरकार की ओर से जारी हेल्पलाइन नबंर या फिर टोल फ्री नंबर पर संपर्क किया जा सकता है. विदेश मंत्रालय (MEA) ने यूक्रेन में भारत के दूतावास में एक नियंत्रण कक्ष और 24 घंटे की हेल्पलाइन स्थापित की है. 


टोल फ्री नंबर


1800118797


फोन नंबर


+91 11 23012113


+91 11 23014104


फैक्स


+91 11 23088124


इंडियन एम्बेसी से कर सकते हैं संपर्क


यूक्रेन में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए सरकार ने एडवाइजरी जारी कर जल्द से जल्द देश छोड़ने की अपील की थी. एडवाइजरी में साफ तौर से कहा गया है कि जिन लोगों या छात्रों को वहां रहना बहुत जरूरी न हो तो वो भारत वापस लौट जाएं. साथ ही भारतीय नागरिकों से गैर जरूरी यात्रा न करने और उन्हें घर में ही रहने की सलाह भी दी गई है. यूक्रेन में होने को लेकर इंडियन एम्बेसी को सूचना देने के बाद एम्बेसी के कर्मचारी या अधिकारी आपसे संपर्क करेंगे और भारतीय मूल के लोगों तक आसानी से पहुंच पाएंगे ताकि उन्हें वहां से सुरक्षित निकालने में मदद की जा सके.


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