Red Sea attack: यमन के ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने 18 फरवरी को ब्रिटेन की जहाज रूबीमार पर हमला करके समुद्र में डुबा दिया. अमेरिका ने शनिवार को जहाज के डूबने की पुष्टि की. अब हूती विद्रोहियों ने अदन की खाड़ी में ब्रिटिश जहाजों को निशाना बनाने की कसम खाई है. हूतियों ने साफ किया कि वे ब्रिटिश जहाजों पर हमले जारी रखेंगे. 


अंग्रेजी अखबार टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सेना ने शनिवार को बताया कि ब्रिटेन के स्वामित्व वाले जहाज रूबीमार को हूती विद्रोहियों ने 18 फरवरी को निशाना बनाया था. इस दौरान जहाज पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमले किए गए थे. जहाज का आगे वाला हिस्सा अधिक क्षतिग्रस्त हो गया था. ऐसे में करीब दो सप्ताह बाद जहाज पूरी तरह से समुद्र में डूब गया. हूती हमले के बाद जहाज के चालक दल ने लाल सागर में ही जहाज छोड़कर भाग निकले थे. 


हूतियों ने ब्रिटेन को बताया अमेरिका का भागीदार


हूती नेतृत्व वाली सरकार में उप विदेश मंत्री हुसैन अल-एजी ने ब्रिटेन को लेकर एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में कहा, "यह एक दुष्ट राज्य है जो यमन पर हमला करता है और गाजा में नागरिकों के खिलाफ चल रहे अपराधों में अमेरिका का भागीदार है." 


लाल सागर के हमलों ने वैश्विक शिपिंग की बाधित


हूती नवंबर से अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक शिपिंग के खिलाफ लगातार ड्रोन और मिसाइलों से हमला कर रहे हैं. उनका कहना है कि वे गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों के खिलाफ फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता से काम कर रहे हैं. हूतियों के लाल सागर के हमलों ने वैश्विक शिपिंग को बाधित किया है. ऐसे में कंपनियों को दक्षिणी अफ्रीका के आस-पास लंबी और महंगी शिपिंग के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. जवाबी कार्रवाई में अमेरिका और ब्रिटेन ने हूती ठिकानों पर भी कई हमले किए. 


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