रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध थमने के आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं. न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट्स के अनुसार, रूस की सेना ने अब यूक्रेन के दक्षिणी शहर मारियुपोल के एक इस्पात कारखाने में घुसने की कोशिश की है. इस कारखाने को युद्ध की वजह से नागरिक आश्रय स्थल में बदला गया है. यहां यूक्रेन के सैनिक भी मौजूद हैं. मारियुपोल सामरिक रूप से महत्वपूर्ण बंदरगाह वाला शहर है. इस शहर में कब्जा करने में रूसी सेना के पसीने छूट गए हैं. यहां रूस की सेना को यूक्रेनियों की तरफ से जबरदस्त प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है. अब इस युद्ध के बीच अमेरिका के 2 टॉप मंत्री यूक्रेन के राष्ट्रपति से कीव में मुलाकात करेंगे.


यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि वो रविवार को राजधानी कीव में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से मुलाकात करेंगे. वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन अमेरिका से 'विशेष चीजों' और खास हथियारों की उम्मीद कर रहा है. मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि मृत्यु पर जीवन की जीत होगी. सच्चाई, झूठ को हराएगी और शैतान दंडित होंगे.


युद्ध के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री का कीव जाना यूक्रेन के लिए अमेरिका के रुख को दिखाता है. आपको बता दें कि रूसी हमले शुरू होने के बाद से यह अमेरिका के किसी मंत्री की कीव की यह पहली उच्चस्तरीय यात्रा होगी. जेलेंस्की की किसी अमेरिकी नेता से पिछली बार आमने-सामने की मुलाकात 19 फरवरी को हुई थी. उस समय उन्होंने म्यूनिख में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात की थी. 


रूस के लिए मारियुपोल क्यों महत्वपूर्ण
अजोव सागर के किनारे बसे इस शहर ने युद्ध के सबसे भयानक स्वरूप को देखा है. मारियुपोल शहर पर कब्जे के लिए रूसी सेना गत दो महीने से कोशिश कर रही है. इस पर कब्जे से यूक्रेन का बंदरगाह से संपर्क कट जाएगा और रूसी सैनिकों को कहीं भी लड़ाई में आसानी होगी. इसके साथ ही क्रीमिया प्रायद्वीप के लिए जमीनी गलियारा तैयार हो जाएगा, जिस पर रूस ने वर्ष 2014 में कब्जा किया था.


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