Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता पर काबिज होने से तमाम आतंकी संगठनों को मज़बूती मिलने की आशंका जताई जा रही है. इन्हीं में से एक है पाकिस्तान स्थित तहरीक ए तालिबान. तहरीक ए तालिबान के मुखिया आतंकी नूर वली ने हाल ही में बयान जारी करके तालिबान को मुबारकबाद दी थी और तालिबान के सुप्रीम नेता हैबत्तुल्ला अखुन्दज़ादा के प्रति अपना समर्थन भी जताया था.


इस बीच पाकिस्तान सरकार के सूत्रों ने ABP News से दावा किया है कि तालिबान के अफगानिस्तान में हुकूमत में आने से उलटा तहरीक ए तालिबान की कमर टूटेगी और वो कमज़ोर होगा. पाकिस्तान सरकार के सूत्रों के मुताबिक, अब TTP के आतंकियों को अफगानिस्तान में सुरक्षित पनाह नहीं मिलेगी और ज़रूरत पड़ने पर इन आतंकियों के खिलाफ अफगानिस्तान में भी कार्रवाई की जा सकेगी जो कि पहले मुमकिन नहीं था.


यही नहीं सूत्रों ने बताया कि हाल ही में पाकिस्तान ने तालिबान के सर्वोच्च नेता मुल्ला हैबत्तुल्लाह अखुन्दज़ादा को तहरीक ए तालिबान के उन नेताओं की सूची भी सौंप कर उन्हें पाकिस्तान को सौंपने की मांग की है जो अफगानिस्तान में पनाह लिए बैठे हैं. आपको बता दें कि पेशावर में आर्मी स्कूल में छोटे छोटे बच्चों पर भी तहरीक ए तालिबान ने आतंकी हमला करवाया था. पाकिस्तान सरकार के इन दावों पर अब दुनिया की नज़र होगी. 


बता दें कि तालिबान ने पिछले महीने 15 अगस्त को पंजशीर को छोड़कर पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया था. अब शनिवार को तालिबान सरकार गठन का एलान करने जा रहा है.


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