Pakistan Imran Khan : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अभी जेल में हैं. उन्होंने जेल से सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को एक पत्र लिखने की घोषणा की है. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) के संस्थापक इमरान खान ने देश के मौजूदा मुद्दों को अपनी प्रेरणा बताते हुए पत्र लिखने के अपने इरादे की घोषणा की. इमरान ने कहा कि मैं सेना प्रमुख को एक पत्र लिखूंगा, अपने लिए नहीं, बल्कि देश के लिए.  उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में अशांति और हिंसा पर प्रकाश डाला, जहां हाल की झड़पों में एक पुलिस अधिकारी और 3 नागरिकों की मौत हो गई थी. इमरान ने कहा कि पत्र में मैं बताऊंगा कि क्या हो रहा है और देश कहां जा रहा है,  हमें इसके बारे में सोचना होगा.


झूठ को बचाने के लिए न्यायपालिका और मीडिया पर डाला जा रहा दबाव
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान ने कहा कि सेना एक बहुत ही महत्वपूर्ण संस्था है और इसे कभी भी लोगों के खिलाफ नहीं खड़ा किया जाना चाहिए.देश में राजनीतिक ध्रुवीकरण के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि फॉर्म 47 के लाभार्थी सवाल उठाने वालों पर हमला शुरू कर देते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि झूठ को बचाने के लिए न्यायपालिका और मीडिया पर भी दबाव डाला जा रहा है. इमरान ने कहा कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और पंजाब के मुख्यमंत्री सभी इस झूठी व्यवस्था के प्रतिनिधि हैं, जिन्हें धोखे से ये सीटें दी गई हैं और उनके पास कोई अधिकार नहीं है. खैबर पख्तूनख्वा के गवर्नर फैसल करीम कुंडी और मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के बीच हालिया विवाद का जिक्र करते हुए इमरान ने गवर्नर की फॉर्म 47 लाभार्थी के रूप में आलोचना की, जो गवर्नर के खिलाफ व्यक्तिगत हमले कर रहे थे. इमरान ने न्यायपालिका पर आलोचनात्मक रुख के लिए मुस्तफा कमाल, फैसल वावदा, तलाल चौधरी, अवन चौधरी और सिंध के गवर्नर कामरान टेसोरी पर निशाना भी साधा. इमरान ने स्पष्ट रूप से कहा कि फॉर्म 47 के (लाभार्थियों) के साथ कोई बातचीत नहीं होगी. उन्होंने कार्यवाहक प्रधान मंत्री के बयानों के बाद वर्तमान सरकार की वैधता पर भी सवाल उठाया और गेहूं घोटाले के संबंध में अनवारुल हक काकर द्वारा शहबाज शरीफ को भेजे गए संदेश पर भी प्रकाश डाला.


'हमें उम्मीद है कि न्याय होगा'
इमरान ने अदालती कार्यवाही के सीधे प्रसारण की भी वकालत की. पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश काजी फ़ैज़ ईसा को निडर बताते हुए इमरान ने पूर्व प्रधान मंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो की स्मृति का जिक्र किया और अपने ही मुकदमे की निष्पक्षता पर सवाल उठाया. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान ने अपने खिलाफ चल रही कानूनी कार्यवाही का हवाला देते हुए निष्कर्ष निकाला हमें उम्मीद है कि न्याय होगा.


क्या है फॉर्म 47, जिसका किया बार बार जिक्र
फॉर्म-45 पाकिस्तान चुनाव में काफी अहम है. फॉर्म-45 में पोलिंग बूथ पर डाले गए वोटों का आंकड़ा होता है. उसमें पोलिंग स्टेशन की संख्या, सीट का नाम, कुल वोटर्स, डाले गए वोट और किस उम्मीदवार को कितने मत मिले, ये लिखा होता है. फॉर्म-45 पार्टियों के एजेंट की मौजूदगी में भरा जाता है. इस फॉर्म को पोलिंग एजेंट देख सकते हैं और बाद में ये रिटर्निंग अफसर के पास चला जाता है. इसके बाद चुनाव परिणाम फॉर्म-47 के जरिए जारी किया जाता है. इमरान समर्थकों का आरोप है कि फॉर्म-45 तक वो जीत रहे थे, लेकिन फॉर्म 47 में रिटर्निग अफसर बेईमानी करा दी. उन्हें हरा दिया.