Lahore Air Pollution: पाकिस्तान की सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले लाहौर में जहरीले धुंध के कारण हजारों लोग बीमार पड़ गए हैं. बिगड़ती स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पंजाब सरकार ने स्कूलों, बाजारों और पार्कों को चार दिनों बंद करने का आदेश दिया है. गुरुवार (9 नवंबर) को स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि पंजाब सरकार ने 9 नंवबर से लेकर से 12 नवंबर तक सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है.


इससे पहले पत्रकारों से बात करते हुए पंजाब के केयरटेकर मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि लाहौर, गुजरांवाला और हाफिजाबाद में चार दिनों के अवकाश रहेगा, ताकि प्रदूषण के प्रभाव को कम किया जा सके. नकवी ने कहा कि इन तीनों प्रभागों में पर्यावरण और हेल्थ इमरजेंसी लागू की गई है. इस दौरान शैक्षणिक संस्थान, सरकारी और निजी ऑफिसेज, सिनेमा, पार्क और जिम बंद रहेंगे.


लोगों को मास्क पहनने और घर पर रहने की सलाह
एपी की रिपोर्ट के अनुसार लाहौर में डॉक्टरों ने लोगों को फेस मास्क पहनने और घर पर रहने की सलाह दी है. लाहौर में बीमार मरीजों को खांसी और सांस लेने में दिक्कत हो रही है. बता दें कि लाहौर लगातार दूसरी बार दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की लिस्ट में पहले स्थान पर रहा है.


रिपोर्ट के अनुसार लाहौर के मुख्य मेयो अस्पताल के डॉक्टर सलमान काजमी ने कहा, "सांस संबंधी बीमारियों, आंखों में संक्रमण और त्वचा रोगों के लिए अस्पतालों में जाने से बचने के लिए मार्क्स पहनना और घर पर रहना दो सबसे आसान उपाय हैं. 


वायु गुणवत्ता सूचकांक पहुंचा 450
लाहौर में वायु गुणवत्ता सूचकांक गुरुवार (9 नवंबर) को 450 के करीब पहुंच गया, जिसे खतरनाक माना जाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों में गेहूं की बुआई के मौसम की शुरुआत में फसल अवशेषों को जलाना प्रदूषण का एक प्रमुख कारण है. बता दें कि लाहौर को कभी बगीचों के शहर के रूप में जाना जाता था, लेकिन तेजी से शहरीकरण और बढ़ती जनसंख्या के कारण शहर के बगीचे विलुप्त हो गए. 


ये भी पढ़ें: UK PM Celebrate Diwali: UK के पीएम ऋषि सुनक ने सरकारी आवास पर मनाई दिवाली, सोशल मीडिया यूजर बोले- 'ब्रिटेन में एक और मोदी...'