नार्थ कोरिया के लिए अमेरिका के विशेष राजदूत ने सोमवार को कहा कि प्योग्यांग द्वारा हाल में किये गए मिसाइल परीक्षण पर कड़ी प्रतिक्रिया देने पर वाशिंगटन और दक्षिण कोरिया सहमत हैं हालांकि बातचीत का रास्ता अब भी खुला है.


नार्थ कोरिया द्वारा एक नए प्रकार के मिसाइल का परीक्षण करने के दो दिन बाद सुंग किम दक्षिण कोरिया की यात्रा पर हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि नार्थ कोरिया अपने हथियारों के जखीरे को बढ़ाना चाहता है और अपने विरोधियों की ओर से प्रतिबंधों में ढील पाने की इच्छा रखता है.


नार्थ कोरिया ने किया अपना 13वां हथियार परिक्षण


नार्थ कोरिया ने मिसाइल के रूप में इस साल अपना 13वां हथियार परीक्षण किया. इसमें अमेरिका की मुख्य भूभाग और दक्षिण कोरिया तथा जापान तक पहुंचने वाली नाभिकीय अस्त्र ले जाने में सक्षम मिसाइलें शामिल थीं. ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि नार्थ कोरिया शीघ्र ही परमाणु परीक्षण कर दबाव बढ़ाने की कोशिश कर सकता है.


किम ने अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष के साथ बैठक करने के बाद कहा, “नार्थ कोरिया के अस्थिर करने वाले व्यवहार पर कड़ी प्रतिक्रिया देने पर हम सहमत हैं. प्रायद्वीप में एक मजबूत संयुक्त प्रतिरोधक क्षमता बरकरार रखने पर भी हमने सहमति जताई.”


नार्थ कोरिया कर रहा है तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाई


दक्षिण कोरियाई राजनयिक नोह क्यू-दुक ने कहा कि उन्होंने और किम ने चिंता जताई कि नार्थ कोरिया तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाई कर सकता है. नोह ने नार्थ कोरिया को बातचीत के रास्ते पर वापस लाने का आग्रह किया.


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