चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख समाचार पत्र ने देश से राष्ट्रपति शी जिनपिंग की कोविड ज़ीरो पॉलिसी का समर्थन करने का आह्वान किया. शंघाई और अन्य जगहों पर लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था को नुकसान होने का खतरा है लेकिन इसके बावजदू इस रणनीति में फिलहाल किसी बदलाव की संभवावना नहीं है.


ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक पीपुल्स डेली ने सोमवार को एक फ्रंट-पेज कमेंट्री में कहा कि वायरस को खत्म करने की शी की रणनीति "सही और प्रभावी" साबित हुई है और चीन को "शी जिनपिंग के साथ पार्टी के नेतृत्व के आसपास और अधिक निकटता से एकजुट होना चाहिए." इसमें कहा गया कि नागरिकों को "पहले, तेज, सख्त और अधिक व्यावहारिक" उपायों के साथ "अडिग और अविश्वसनीय रूप से" रणनीति का पालन करना चाहिए.


पीपुल्स डेली कमेंट्री ने कहा, "वर्तमान में, यह महामारी की रोकथाम और नियंत्रण के लिए सबसे कठिन समय है." कमेंट्री में आगे गया कि चीन "महामारी की रोकथाम और नियंत्रण की कड़ी मेहनत की उपलब्धियों को कभी भी बर्बाद नहीं होने दे सकता,"


शी जिनपिंग की सबसे बड़ी परीक्षा
चीन एक बिगड़ते कोविड प्रकोप को रोकने के लिए संघर्ष कर रहा है जो दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में विकास की गति को धीमा और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को बाधित कर सकता है. यह संकट शी के लिए अब तक की सबसे बड़ी परीक्षा में से एक बन गया है,  जो इस साल के अंत में कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस के दौरान तीसरे पांच साल के कार्यकाल की उम्मीद कर रहे हैं.


शंघाई शहर और जिलिन के उत्तरपूर्वी प्रांत में लाखों लोगों को अपने घरों से निकलने पर रोक लगा दी गई है. किराने का सामान,  मेडिकल केयर की कमी से झेल रहे निवासियों ने सार्वजनिक रूप से कम्युनिस्ट पार्टी के खिलाफ असंतोष के दुर्लभ प्रदर्शनों में अपनी शिकायतों को जाहिर किया है.


चीनी अधिकारी लगा रहे हैं कड़े प्रतिबंध
चीनी अधिकारी वायरस पर अंकुश लगाने के लिए कड़े प्रतिबंधों को लागू करने के शी के आह्वान का पालन कर रहे हैं. वीकेंड में पश्चिमी शहर शीआन चार दिनों के लिए आंशिक रूप से बंद कर दिया गया. केंद्रीय शहर झेंगझोऊ ने भी अपने एयरपोर्ट डिस्ट्रिक्ट दो सप्ताह के लिए बंद कर दिया और सोमवार को क्षेत्र में बड़े पैमाने पर परीक्षण शुरू किया.


पीपुल्स डेली ने कहा, "पिछले दो वर्षों के अनुभवों ने साबित कर दिया है कि महामारी की रोकथाम और नियंत्रण की सामान्य रणनीति और नीति सही और प्रभावी है." अखबर ने इस महीने की शुरुआत में भी शी जिनपिंग की कोविड ज़ीरो पॉलिसी का बचाव करते हुए एक  फ्रंट-पेज कमेंट्री छापी थी जिसमें कहा गया था कि यह पॉलिसी जीवन बचाने और अर्थव्यवस्था को चालू रखने के लिए आवश्यक है.


ये भी पढ़ें:




 



रूस-यूक्रेन युद्ध के अगले चरण में रूस की तरफ से शामिल होने को तैयार हैं सीरियाई लड़ाके


रुस ने पश्चिमी यूक्रेन के ल्वीव शहर में दागी पांच मिसाइल, अभी तक ये शहर था सबसे सुरक्षित