वाशिंगटनः अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक इंडियन -अमेरिकन सिविल राइट्स वकील को कनेक्टिकट राज्य में संघीय न्यायाधीश (फेडरल जज) के रूप में नॉमिनेट किया है. यदि सीनेट नॉमिनेशन को कंफर्म कर देती है तो फेडरल प्रोसिक्यूटर सरला विद्या नागला कनेक्टिकट के जिला कोर्ट में सेवा देने वाली दक्षिण एशियाई मूल की पहली न्यायाधीश बन जाएंगी.


सरला वर्तमान में कनेक्टिकट में अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय में मेजर क्राइम्स यूनिट की डिप्टी चीफ के रूप में कार्यरत हैं और वे  2017 से यह इस पद पर हैं. उन्होंने 2012 में यूएस अटॉर्नी ऑफिस जॉइन किया और हेट क्राइम्स कोऑर्डिनेटर के रूप में कई भूमिकाओं में काम किया है. इससे पहले उन्होंने 2009 से 2012 तक कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को में टोल्स और ओल्सन में एक एसोसिएट के रूप में काम किया.
 
2008 में लॉ क्लर्क के रूप में अपना करियर किया शुरू
सरला ने 2008 से 2009 तक यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स में जज सुसान ग्रैबर, नाइंथ सर्किट के लिए एक लॉ क्लर्क के रूप में अपना कानूनी करियर शुरू किया. उन्होंने 2008 में बर्कले स्कूल ऑफ लॉ, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से ज्यूरिस डॉक्टर की डिग्री हासिल की. सरला ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से 2005 में ग्रेजुएशन की थी.


सभी योग्य, अनुभवी और और अमेरिकी संविधान के प्रति समर्पित- व्हाइट हाउस
सरला का नॉमिनेशन के साथ ही चार और लोगों को भी नॉमनेट करने की घोषणा की गई है. वहीं, कोलंबिया जिला अदालतों के लिए दो कैंडिडेट्स को नॉमिनेट किया गया. व्हाइट हाउस ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि ये सभी "असाधारण रूप से योग्य, अनुभवी और कानून के शासन और अमेरिकी संविधान के प्रति समर्पित हैं." इसमें कहा गया कि सरला और दूसरे लोगों का नॉमिनेशन राष्ट्रपति बाइडेन के देश की अदालतों में विविधता लाने के वादे को दर्शाता है. 


यह भी पढ़ें


जर्मनी ने जॉनसन एंड जॉनसन से कहा- खराब कोविड-19 वैक्सीन के डोज को बदले कंपनी


Corona Vaccination: अमेरिका में 899 लोगों को लगाई गई ‘एक्सपायर’ टीके की खुराक