Ceasefire On Gaza: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के साथ जंग के बीच सीजफायर की मांग को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा है कि जब तक हमास बंधकों को रिहा नहीं करता है तब तक सीजफायर का सवाल ही नहीं उठता है. हालांकि उन्होंने जंग को थोड़े समय तक रोकने की बात पर सहमति जताई है. अमेरिकी न्यूज चैनल एबीसी को दिए एक इंटरव्यू में नेतन्याहू ने कहा कि मानवीय वजहों को देखते हुए जंग को थोड़ी देर के लिए रोका जा सकता है. उन्होंने कहा, "हम पहले भी जंग को कुछ देर के लिए रोक चुके हैं. एक या दो घंटा जंग रोका जा सकता है ताकि मानवीय मदद भेजी जा सके."


'जिम्मेदारी पूरी नहीं कर सके'


7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास की ओर से किए हमले को लेकर इजरायली पीएम से इंटरव्यू में सवाल किए गए. उनसे पूछा गया कि क्या वे हमले को सरकार और खुफिया विभाग की नाकामी मानते हैं? नेतन्याहू ने कहा, "सरकार की जिम्मेदारी है लोगों की रक्षा करना और जाहिर है कि हमने वह जिम्मेदारी पूरी नहीं की है."


हमास की ओर से इजरायल पर किए गए हमलों के बाद 1400 से ज्यादा इजरायली नागरिकों की मौत हो गई थी. इजरायली पीएम ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया जिसमें उन्होंने हमास के हमलों के लिए अपनी सेना और सुरक्षा प्रमुखों को दोषी ठहराया था, हालांकि बाद में आलोचना के बाद इसे हटा लिया गया. नेतन्याहू ने एक पोस्ट में इसके लिए माफी मांगी. 


जंग में हालात बद से बदतर


इजरायल-हमास के बीच जंग में हालात बेहद खराब हो गए हैं. अब तक दोनों पक्षों की ओर से 11 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. जंग के बीच लोग पानी, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए अतंरराष्ट्रीय संगठनों की ओर ताक रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय श्रम एजेंसी ने एक आंकड़े में बताया है कि जंग की वजह से गाजा में 60 फीसदी नौकरियां छीन गई हैं.


ये भी पढ़ें:
पूरी दुनिया को छोड़ हर बार आखिर अमेरिका क्यों इजरायल का देता है साथ, यहां समझिए वजह