Israel Palestine Attack : इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध को आज यानी सात नवंबर को एक महीने हो चुके हैं. हालांकि यह संघर्ष कम होता नहीं दिख रहा है. हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को अचानक इजरायल पर हमला कर दिया था, जिसमें कम से कम 1400 इजरायली नागरिक मारे गए, और हमास के लड़ाकों ने 240 लोगों को बंधक बना लिया. इस हमले के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग का ऐलान कर दिया था, साथ ही उन्होंने हमास के अस्तित्व को मिटाने की कसम खाई. उस दिन के बाद से इजरायली सेना गाजा पट्टी में घुसकर हमास के ठिकानों को निशाना बना रही है. अब तक इजरायली सेना ने गाजा पट्टी पर अनगिनत बम बरसाए, जिसमें अब तक 10 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं.


दुनिया भर में गाजा पर हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और युद्ध खत्म करने की मांग हो रही है, लेकिन संघर्ष विराम की कोई संभावना नजर नहीं आती. इजरायल ने हवाई हमलों के बाद अब गाजा पट्टी में जमीनी अभियान शुरू किया है. गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर से अब तक गाजा में लगभग 10,000 अधिक लोग मारे गए हैं. मारे गए लोगों में अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं. इसके साथ ही अब तक लगभग 25,000 लोग घायल हुए हैं और हजारों अन्य के लापता होने का अनुमान है.


सीजफायर से इजरायल ने किया इनकार


इससे पहले सीजफायर को लेकर की गई अपील पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा है कि जब तक हमास का सफाया नहीं हो जाता, तब तक ऑपरेशन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि इसे स्वीकार करना हार मानने जैसा होगा. वहीं, दूसरी तरफ हमास के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने कसम खाई है कि गाजा इजरायली सेना के लिए एक कब्रिस्तान और दलदल होगा.


गाजा के अस्पताल धमाके में 500 की मौत


फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास से जुड़े स्वास्थ्य अधिकारियों का दावा है कि बीते 16 अक्टूबर को इजरायल ने गाजा स्थित एक अस्पताल पर हमला कर करीब 500 लोगों की जान ले ली. दरअसल, उस वक्त एक हवाई हमले में गाजा शहर में मौजूद भीड़भाड़ वाले अल-अहली अरब बैप्टिस्ट अस्पताल को निशाना बनाया गया था. हमास ने इसके लिए इजरायली सेना को जिम्मेदार ठहराया था. हालांकि इजरायल ने इस बात से इनकार किया था.


अचानक इजरायल पहुंचे थे जो बाइडेन 


इस हमले का असर यह हुआ कि जॉर्डन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जॉर्डन के किंग अब्दुल्लाह, फिलिस्तीनी और मिस्र के नेताओं के बीच होने वाली अहम बैठक को रद्द कर दी गई. बता दें कि इजरायल-हमास जंग के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति इजरायल पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने जंग के मुद्दे पर नेतन्याहू से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं खुद यहां आकर ये दिखाना चाहता था कि हम इजरायल के साथ हैं. हमास ने बेरहमी से इजरायल के लोगों का कत्ल किया है. वो ISIS से भी बदतर हैं.इतना ही नहीं, इजरायल पहुंच जो बाइडेन ने साफ तौर पर एलान किया कि इजरायल को अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है, इसमें अमेरिका हर तरह से उनका साथ देगा.



दो हिस्सों में बंटी दुनिया 


भीषण संघर्ष के बीच दुनिया एक बार फिर से दो हिस्सों में बंटती नजर आ रही हैं. एक तरफ जहां अमेरिका और यूरोप मजबूती से इजरायल के साथ खड़े हैं, वहीं दुनिया भर के इस्लामिक देशों ने इजरायल की कार्रवाई का विरोध किया है. साथ ही उन्होंने परोक्ष रूप से हमास का समर्थन भी किया है. ऐसे में जंग का दायरा आने वाले समय में बढ़ सकता है. बता दें कि हाल ही में कतर, सऊदी अरब, मिस्र, जॉर्डन और संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्रियों ने जॉर्डन के अम्मान में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की और उनसे इजरायल को गाजा में बमबारी रोकने के लिए मनाने को कहा.


हमास के लड़ाकों को चुन चुनकर मार रही इजरायली सेना 


सात अक्टूबर के हमले के बाद से इजरायली सेना ने हजारों हमास के ठिकानों को तहस नहस कर दिया है. इसके साथ ही इजरायल ने सैकड़ों लड़ाकों को मार गिराया था. जिनमें हमास के टॉप कमांडर समेत इजरायल पर हमले की साजिश रचने वाले मास्टरमाइंड भी शामिल हैं. इससे पहले इजरायली सेना ने एयर स्ट्राइक कर दक्षिणी खान यूनिस बटालियन में नहबा बल के टॉप कमांडर बिलाल अल-कदरा को मार गिराया था. इसके साथ ही इजरायली सेना ने सात अक्टूबर के हमले का मास्टरमाइंड माना जाने वाला असेम अबू रकाबा को मार गिराया है. 


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