Israel Gaza Attack: मिडिल ईस्ट के देश इजराइल पर फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास के लड़ाकों ने शनिवार (7 अक्टूबर) की सुबह जल, थल और आकाश, तीनों तरफ से अचानक हमला बोल दिया, जिससे इजराइल को भारी नुकसान हुआ है. अचानक हुए इस हमले की वजह से संभलने का भी मौका नहीं मिलने के कारण इजराइल में कम से कम 350 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 500 से अधिक लोगों के घायल होने के दावे किए जा रहे हैं.


इस हमले से संबंधित कई खौफनाक वीडियो सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि किस तरह से हमास के लड़ाकों ने इजराइल में बर्बरता की है. कहीं लड़कियों और महिलाओं को जबरदस्ती उठाकर ले जा रहे हैं तो कहीं महिलाओं की हत्या कर शवों के साथ बर्बरता कर रहे हैं. यहां तक कि बच्चों और बुजुर्गों को भी नहीं बख्शा गया है. इजराइल के निर्दोष लोगों पर इस हमले को लेकर दुनियाभर में गुस्से का माहौल है.


इस बीच दुनियाभर के देश इजराइल और फिलीस्तीन के पक्ष में अलग-अलग लामबंद होने लगे हैं. अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, यूक्रेन भारत सहित दुनिया के कई देशों ने इजराइल के पक्ष में खुलकर समर्थन की बात कही है तो कुछ देश ऐसे भी हैं जिन्होंने फिलिस्तीन के समर्थन में बयान दिया है.


वहीं चीन, तुर्किये और रूस ने किसी का समर्थन नहीं किया है और इस हालात पर चिंता जाहिर की है. चलिए आज हम आपको सिलसिलेवार तरीके बताते हैं कि इस जंग में कौन देश किसके साथ खड़ा है.


इजराइल के पक्ष में है कौन-कौन से देश
अमेरिका: दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क माने जाने वाले अमेरिका ने इजराइल के समर्थन की घोषणा कर दी है. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शनिवार शाम ही कह दिया था कि अमेरिका इजराइल के साथ हर तरह से खड़ा है. उन्होंने इजराइल के अन्य दुश्मन देशों को भी चेतावनी दी है जो हालात का फायदा उठाने की फिराक में थे.


राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हमास के हमलावर इजराइली सैनिकों और नागरिकों को सड़कों और उनके घरों में मार रहे हैं, ये गलत है. इजराइल की मदद के लिए हम हर तरह से तैयार हैं. उसे अपनी और अपने लोगों की रक्षा करने का अधिकार है. वहीं, अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि वो इस बात का ध्यान रखेंगे कि इजराइल को अपनी सुरक्षा में किसी तरह की कमी न रहे.


भारत: भारत ने भी अपने रणनीतिक साझेदार इजराइल के साथ इस संकट की घड़ी में एकजुटता जताई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि संकट की घड़ी में भारत इजराइल के साथ खड़ा है. उन्होंने हमास के हमले में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं भी व्यक्त की हैं.


ऑस्ट्रेलिया: ऑस्ट्रेलिया ने भी इजराइल के समर्थन की घोषणा की है. प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि हम इस समय अपने मित्र इजराइल के साथ खड़े हैं. इजराइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है.


यूक्रेन: विभिन्न मोर्चे पर रूस के साथ जंग लड़ रहे यूक्रेन ने भी इजराइल के समर्थन की बात कही है. यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने इजराइल के खिलाफ हमास के हमले की निंदा की है. उसने कहा, ''हम इस जंग में इजराइल के साथ हैं.'' 


ब्रिटेन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा है कि इजराइल को अपनी सुरक्षा का पूरा अधिकार है. उन्होंने हमास के हमले पर हैरानी भी जताई है. 


फ्रांस: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि दुख की घड़ी में वो हमास के हमले में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के साथ हैं. फ्रांस ने अपने बयान में स्पष्ट कर दिया है कि इस स्थिति में वह इजराइल के साथ खड़ा है.


यूरोपियन यूनियन: यूरोपियन यूनियन की चीफ उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा है कि इजराइल को जवाबी कार्रवाई का पूरा हक है. हिंसा को रोकना जरूरी है.


बेल्जियम: बेल्जियम ने भी इजराइल के समर्थन की घोषणा की है और हमास के हमले की भी निंदा की है. ब्राजील, इटली, जापान और स्पेन ने भी इजराइल का समर्थन किया है. इन सभी देशों ने बयान जारी कर हमास के हमले की निंदा की है. साथ ही इजराइल के पलटवार को सुरक्षा के अधिकार के तहत जायज ठहराया है.


ये देश फिलिस्तीन के साथ
इजराइल में घुसकर निर्दोष नागरिकों को मौत के घाट उतारने वाले हमास के लड़ाकों के समर्थन में भी दुनिया के कई देश उतर आए हैं. इनमें सबसे पहला नाम ईरान का है. यहां शनिवार को हमले के बाद जश्न मनाने और आतिशबाजी का वीडियो भी वायरल हुआ था. ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई के एडवाइजर ने कहा है कि हम फिलिस्तीन के इजराइल पर किए अटैक का समर्थन करते हैं.


एक और मुस्लिम देश कतर ने इजराइलियों को फिलिस्तीनी लोगों के साथ हिंसा करने का जिम्मेदार ठहराया है. सऊदी अरब ने भी फिलिस्तीन का समर्थन किया है. अरब लीग के चीफ अहमद अबुल घीत ने कहा है कि गाजा में तुरंत मिलट्री एक्शन रोकना चाहिए. उन्होंने इजराइल को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
कुवैत ने भी फिलिस्तीन के हमास लड़ाकों के हमले को जायज ठहराया है और इजराइल को हिंसा भड़काने के लिए जिम्मेदार बताया है.


तटस्थ देश
इस जंग में फिलीस्तीन और इजराइल के पक्ष में बंट रहे दुनियाभर के देशों के बीच कई ऐसे देश भी हैं जिन्होंने फिलहाल अपना रुख तटस्थ रखा है. इनमें चीन, रूस और तुर्किये खास है. तीनों ने जंग के हालात पर चिंता जाहिर की है और शांति सुनिश्चित करने की नसीहत दी है.


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