G20 Summit 2023: भारत की अध्यक्षता में शनिवार (9 सितंबर) को G20 शिखर सम्मेलन की पहली बैठक हुई, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को लेकर कहा कि इस जी20 शिखर सम्मेलन में अगर वह शामिल होते तो अच्छा होता, लेकिन वो नहीं हैं फिर भी सम्मलेन अच्छी तरह चल रहा है.

  
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी20 शिखर सम्मेलन के लिए अपनी भारत यात्रा पर अपने साथ आए अमेरिकी मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे. क्या शी जिनपिंग की गैर मौजूदगी का जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन पर असर पड़ा है? यह पूछे जाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनका यहां होना अच्छा होता लेकिन कोई बात नहीं, शिखर सम्मेलन बेहतर ढंग से जारी है. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि 'वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर', यही G20 शिखर सम्मेलन का फोकस है और कई मायनों में यह इस साझेदारी का फोकस भी है, जिसके बारे में हम आज बात कर रहे हैं. 


विदेश मंत्री एस जयशंकर भी बोले 


शी जिनपिंग की अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह हर देश को तय करना है कि ऐसे शिखर सम्मेलनों में उनका प्रतिनिधित्व किस स्तर पर होगा और किसी को भी इस संबंध में ज्यादा मतलब नहीं निकालना चाहिए.  


उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि महत्वपूर्ण बात यह है कि उस देश ने क्या रुख अपनाया है, उस देश ने विचार-विमर्श और नतीजों में कितना योगदान दिया है. जयशंकर ने कहा कि चीन ने जी20 शिखर सम्मेलन के विभिन्न नतीजों का समर्थन किया है. 


चीन के प्रधानमंत्री आए हैं भारत 


मालूम हो कि भारत में आयोजित जी-20 शिखर सम्मलेन में भाग लेने के लिए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग नई दिल्ली नहीं आए हैं. उनकी जगह चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग शामिल हुए हैं. गौरतलब है कि जी20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन ही इकोनॉमिक कॉरिडोर का ऐलान भी किया गया. इसमें भारत, फ्रांस, अमेरिका, सऊदी अरब, यूएई, इटली जर्मनी और यूरोपियन यूनियन शामिल हैं.


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