Imran Khan Arrest News: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने वैध करार दिया है. पाकिस्तानी समाचार पोर्टल डॉन ने यह जानकारी अपनी रिपोर्ट में प्रकाशित की है. इससे पहले दिन में इस्लामाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस आमेर फारूक ने कहा था कि अगर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख को अवैध रूप से गिरफ्तार किया गया है तो उन्हें रिहा करना होगा. अदालत ने इस फैसले को सुरक्षित रख लिया था. कुछ घंटों बाद अदालत ने कहा कि इमरान की गिरफ्तारी करते समय राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) ने सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा किया है.


इमरान खान को मंगलवार (9 मई) को अर्धसैनिक बलों ने उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वह भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद हाई कोर्ट में मौजूद थे. पाकिस्तान रेजर्स खान को गिरफ्तार करने के बाद एक वैन में वहां से ले गए. इसके बाद खान के समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना के मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर धावा बोल दिया.


ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब पर पाबंदी, आज स्कूल बंद


समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन को देखते हुए पाकिस्तान के विभिन्न इलाकों में मंगलवार को ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पाबंदी लगा दी गई. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इसके अलावा पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में मोबाइल डेटा सेवाओं को भी निलंबित कर दिया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार (10 मई) को पाकिस्तान के निजी स्कूल बंद रहेंगे.


सीमावर्ती क्षेत्रों में भारत ने बढ़ाई निगरानी


एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सीमावर्ती क्षेत्रों में भारतीय सुरक्षाबलों की चौकसी कड़ी कर दी गई है, साथ ही पाकिस्तान के घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रखी जा रही है. इस बीच खुद को एक्टर और सोशल एक्टिविस्ट बताने वाली एक लड़की के ट्वीट पर दिल्ली पुलिस ने चुटकी ली है.


लड़की के हैंडल से लिखा गया, ''किसी को दिल्ली पुलिस का ऑनलाइन लिंक पता है? मुझे भारतीय प्रधानमंत्री और भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के खिलाफ शिकायत करानी है जो मेरे देश पाकिस्तान में अराजकता और आतंकवाद फैला रहे हैं. अगर भारतीय अदालतें स्वतंत्र हैं (जैसा कि वे दावा करते हैं) तो मुझे यकीन है कि इंडियन सुप्रीम कोर्ट मुझे न्याय देगा.'' जवाब में दिल्ली पुलिस ने लिखा, ''हमें डर है कि पाकिस्तान में अब भी हमारा अधिकार क्षेत्र नहीं है लेकिन जानना चाहेंगे कि जब आपके देश में इंटरनेट बंद कर दिया गया है तो आप ट्वीट कैसे कर रही हैं!''






इमरान खान और सेना में वार-पलटवार 


इससे एक दिन पहले ही 70 वर्षीय खान ने देश की सेना पर कथित तौर पर उनकी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था. पाकिस्तान की सेना ने एक दिन पहले ही आरोप लगाया था कि खान खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ निराधार आरोप लगा रहे हैं. 


पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी की वरिष्ठ नेता शिरीन मजारी के अनुसार, लाहौर से संघीय राजधानी इस्लामाबाद आए पार्टी अध्यक्ष खान अदालत में एक बायोमेट्रिक प्रक्रिया से गुजर रहे थे, तभी रेंजर्स ने कांच की खिड़की को तोड़ दिया और वकीलों और खान के सुरक्षा कर्मचारियों की पिटाई करने के बाद उन्हें (खान को) गिरफ्तार कर लिया.


टीवी फुटेज में रेंजर्स खान को कॉलर से पकड़कर ले जाते और उन्हें एक जेल वाहन में बैठाते हुए दिखे. रेंजर्स, गृह मंत्रालय के तहत काम करते हैं और आमतौर पर सेना से प्रतिनियुक्ति पर आए अधिकारियों की ओर से निर्देशित होते हैं. 


क्यों हुई इमरान खान की गिरफ्तारी?


राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) के एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की कि ‘‘खान को एक भूमि, सम्पत्ति कारोबारी मलिक रियाज को हस्तांतरित करने के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है और उन्हें एनएबी को सौंपा जा रहा है.’’ उन्होंने बताया कि खान को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया गया है, जो पंजाब प्रांत के झेलम जिले के सोहावा क्षेत्र में 2019 में सूफीवाद के लिए अल-कादिर विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित है. 


एक मई को जारी किए गए खान के गिरफ्तारी वारंट में कहा गया है कि उन पर भ्रष्टाचार और भ्रष्ट आचरण का आरोप है. खान की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही पाकिस्तान के कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. कई जगहों पर प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. पहली बार, खान के समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना के विशाल मुख्यालय के मुख्य द्वार को तोड़ दिया, जहां सैनिकों ने संयम बरता. प्रदर्शनकारियों ने प्रतिष्ठान के खिलाफ नारेबाजी की.


गुस्साए कार्यकर्ताओं ने कोर कमांडर के लाहौर आवास पर बोला धावा


लाहौर में बड़ी संख्या में पीटीआई कार्यकर्ताओं ने कोर कमांडर के लाहौर आवास पर धावा बोल दिया और गेट और खिड़की के शीशे तोड़ दिए. वहां ड्यूटी पर मौजूद सैन्यकर्मियों ने, हालांकि, गुस्साए प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश नहीं की, जिन्होंने उन्हें घेर लिया और सेना में पीएमएल-एन के नेतृत्व वाली सरकार के 'आकाओं' के खिलाफ नारे लगाए. प्रदर्शनकारियों ने छावनी क्षेत्र में प्रदर्शन किया. प्रवेश और निकास बिंदुओं सहित मुख्य सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के कारण लाहौर प्रांत के बाकी हिस्से से लगभग कट गया.


पंजाब की कार्यवाहक सरकार ने प्रांत में कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रेंजर्स को बुलाया और धारा 144 लगा दी. इसके तहत एक जगह पर पांच से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकते. पंजाब सरकार ने पाकिस्तान के दूरसंचार प्राधिकरण से प्रांत के उन क्षेत्रों में इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को निलंबित करने का अनुरोध भी किया जहां हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए हैं.


गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के आवास पर भी पथराव


पीटीआई के बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने फैसलाबाद शहर में गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के आवास पर भी पथराव किया. इसी तरह, मुल्तान, झांग, गुजरांवाला, शेखूपुरा, कसूर, खानेवाल, वेहारी, गुजरांवाला, हाफिजाबाद और गुजरात शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए.


गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि खान कई नोटिस जारी किए जाने के बावजूद अदालत में पेश नहीं हुए. उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो की ओर से गिरफ्तारी देश के खजाने को नुकसान पहुंचाने के लिए की गई है.’’ उन्होंने कहा कि खान को प्रताड़ित नहीं किया गया.


पहले से रिकॉर्ड किया गया इमरान का वीडियो हुआ जारी


गिरफ्तारी के बाद पार्टी ने खान का पहले से रिकॉर्ड किया एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा, ‘‘जब तक मेरी ये बातें आप तक पहुंचेगी, तब तक मुझे निराधार मामले में गिरफ्तार किया जा चुका होगा. इससे पता चलता है कि पाकिस्तान में मौलिक अधिकारों और लोकतंत्र को दफन कर दिया गया है.’’


खान ने कहा, ‘‘यह सब इसलिए किया जा रहा है क्योंकि वे चाहते हैं कि मैं उस भ्रष्ट, आयातित सरकार को स्वीकार कर लूं, जो हम पर जबरदस्ती थोपी गई है.’’ उन्होंने कहा कि अगर किसी के पास वारंट है, तो उन्हें सीधे उनके पास लाना चाहिए.  खान ने कहा, ‘‘वारंट लाओ, मेरा वकील वहां होगा. मैं खुद जेल जाने को तैयार हूं.’’


सोमवार को पाक सेना ने की थी आलोचना


खान की गिरफ्तारी ऐसे समय की गई है, जब पाकिस्तानी सेना ने सोमवार को उनकी बिना किसी सबूत के एक सेवारत आईएसआई अधिकारी के खिलाफ ‘‘बेहद गैर जिम्मेदाराना और निराधार’’ आरोप लगाने के लिए आलोचना की थी. सेना ने खान का सीधे तौर पर उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हम संबंधित नेता से कानूनी रास्ते का सहारा लेने और झूठे आरोप लगाना बंद करने के लिए कहते हैं. संस्थान के पास झूठे और दुर्भावनापूर्ण बयानों और दुष्प्रचार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार है.’’


इस्लामाबाद पुलिस ने ये कहा


इस्लामाबाद पुलिस ने महानिरीक्षक (आईजी) अकबर नासिर खान के हवाले से एक संक्षिप्त बयान जारी किया, जिसमें कहा गया था कि खान को उस मामले के संबंध में गिरफ्तार किया गया है, जिसमें आरोप है कि बहरिया टाउन ने पीटीआई अध्यक्ष और उनकी पत्नी बुशरा बीबी के स्वामित्व वाले अल-कादिर ट्रस्ट को 53 करोड़ रुपये की जमीन आवंटित की थी. पुलिस प्रमुख ने यह भी कहा कि इस्लामाबाद में स्थिति 'सामान्य' है. उन्होंने कहा कि संघीय राजधानी में धारा 144 लागू कर दी गई है और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


कहां हैं इमरान खान?


ऐसा कहा गया कि खान को रावलपिंडी में एनएबी कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है जहां एक मेडिकल जांच की गई. हालांकि, पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने दावा किया कि खान को अज्ञात स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है. ‘जियो न्यूज’ ने बताया कि खान का मेडिकल परीक्षण किया गया है लेकिन अभी तक रिपोर्ट जारी नहीं की गई है. चैनल ने यह भी कहा कि एनएबी उन्हें (10 मई को) भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में पेश करने और मामले में आगे की जांच के लिए हिरासत हासिल करने की तैयारी कर रहा है.


उसने यह भी बताया कि रावलपिंडी में एनएबी के कार्यालय की ओर से एक विशेष कमरा तैयार किया गया है और खान को रात के समय वहीं रखा जाएगा. यह एनएबी का वही कमरा है जहां पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी को इमरान खान की सरकार के दौरान गिरफ्तार किए जाने के दौरान रखा गया था.


बैरिस्टर गौहर खान ने किया इमरान को प्रताड़ित किए जाने का दावा


‘डॉन’ ने खान की गिरफ्तारी के दौरान अदालत में मौजूद बैरिस्टर गौहर खान के हवाले से कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री को 'प्रताड़ित' किया गया. गौहर के हवाले से अखबार ने कहा, ''उन्होंने इमरान के सिर और पैर पर वार किया... गिरफ्तारी के दौरान उनकी व्हीलचेयर भी फेंक दी गई.''


गिरफ्तारी स्वीकार्य नहीं- पीटीआई के वरिष्ठ नेता हम्माद अजहर


पूर्व मंत्री और पीटीआई के वरिष्ठ नेता हम्माद अजहर ने कहा कि खान की गिरफ्तारी 'स्वीकार्य नहीं है.' उन्होंने खान की गिरफ्तारी के खिलाफ देश के लोगों से सड़कों पर उतरने का आह्वान किया. पीटीआई के महासचिव असद उमर ने ट्वीट किया कि पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय समिति आगे की कार्रवाई के बारे में फैसला करेगी. खान पिछले साल अप्रैल में अविश्वास मत के जरिये सत्ता से हटने के बाद से कई मामलों का सामना कर रहे हैं. उन्होंने इन सभी मामलों को सत्तारूढ़ गठबंधन की ओर से राजनीतिक उत्पीड़न करार देते हुए खारिज कर दिया है. खान ने कहा है कि वह वर्तमान में आतंकवाद, ईशनिंदा, हत्या, हिंसा, हिंसा के लिए उकसाने से संबंधित 140 से ज्यादा मामलों का सामना कर रहे हैं.


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