Bangladesh Illegal Migrant: पाकिस्तान से साल 1971 में पूर्वी बंगाल अलग होकर एक नया देश बना, जिसे अब बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है. बांग्लादेश  सें साल 1971 से लगातार अवैध बांग्लादेशियों का भारत में घुसपैठ जारी है. इसी बीच हाल ही में एक बांग्लादेशी मुस्लिम स्कॉलर ने भारत में होने वाले अवैध घुसपैठ का तरीका बताया. उसने जानकारी दी कि बांग्लादेशी लोग स्टूडेंट वीजा के मदद से भारत में प्रवेश करते है और वीजा की अवधि खत्म होने बाद छोटे-मोटे काम करने के बहाने रूक जाते हैं.


मुस्लिम स्कॉलर ने कहा कि बांग्लादेश के लोग पढ़ने के बहाने मुंबई जाते हैं. पढ़ाई खत्म होने के बाद रुक जाते हैं. भारत में रहकर ही काम करने लगते हैं. कई तरह के धंधे से जुड़ जाते हैं, जैसे दुकान खोल लेते हैं. बांग्लादेश के 80 से 90 फीसदी स्टूडेंट इसी तरह से भारत में हमेशा की तरह रहने लगते हैं.


'छोटा सा इस्लामिक स्टेट बन जाता है'
बांग्लादेश के स्कॉलर के मुताबिक भारत में रहने वाले बांग्लादेशियों की अगली जनरेशन इस तरह से काम करने लग जाती है, जिसे एक छोटा सा इस्लामिक स्टेट बन जाता है. बात सिर्फ इतनी ही नहीं है. बांग्लादेशी लोग बॉर्डर इलाके से क्रॉस करके भारत में घुस जाते हैं. वो यहां आकर बॉर्डर एरिया में पड़ने वाले राज्यों के डेमोग्राफी को बदल देते हैं.






केंद्रीय गृह मंत्रालय के रिपोर्ट के मुताबिक पिछले पांच सालों में 2,399 बांग्लादेशी नागरिकों को धोखाधड़ी से भारतीय दस्तावेजों का इस्तेमाल करते हुए पकड़ा गया है. (ABP वीडियो की पुष्टि नहीं करता है)


भारत-बांग्लादेश बॉर्डर से घुसपैठ
केंद्रीय गृह मंत्रालय के रिपोर्ट के मुताबिक भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर काफी बड़े से एरिया में किसी भी तरह की दीवार या बाड़ नहीं है. साउथ बंगाल के 913 किलोमीटर लंबी बॉर्डर में से लगभग 300 किलोमीटर तक दीवार या बाड़ नहीं है.


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