Pakistan-India: पाकिस्तान की इस समय किसी भी मुस्लिम देश के साथ पटरी नहीं बैठ रही है, यहां तक की सऊदी अरब और ईरान, इराक से भी पाकिस्तान के संबंध अच्छे नहीं हैं. इस मसले पर पाकिस्तान की जनता का कहना है कि हमारे दिमाग में भर दिया गया है कि वे यहूदी हैं, वो शिया हैं, वो सुन्नी हैं. इसी वजह से आज मुसलामान ही मुसालमान को मार रहा है.
पाकिस्तान की महिला यूट्यूबर अनम शेख ने एक पाकिस्तानी शख्स से सवाल किया कि इस्लाम के हिसाब से तो सभी मुसलमान भाई हैं, फिर आज मुसलमानों में इतनी नफरत क्यों हैं? इसका जवाब देते हुए पाकिस्तानी शख्स ने कहा, यह एक यूनिवर्सल मुद्दा है. हमें शुरू से ही बताया गया कि ईरानी शिया हैं, सऊदी अरब के मुसलमान वहाबी हैं और पाकिस्तान में तो मिक्स हैं. इसी वजह से पाकिस्तान के दुनिया के इस्लामिक देशों के साथ पटरी नहीं बैठ रही है.
पाकिस्तान में पॉलिटिकल स्टेबिलिटी नहीं
पाकिस्तानी शख्स ने बताया कि सभी देशों के पड़ोसी देशों के साथ अक्सर पटरी नहीं बैठती है, इसकी वजह से अफगानिस्तान से पटरी नहीं बैठ रही है. शख्स ने कहा कि विश्व स्तर पर सभी देश अपने फायदे के लिए काम करते हैं, वहां पर धर्म के मुद्दे को ध्यान में नहीं रखा जाता है. शख्स ने बताया कि अफगानिस्तान बॉर्डर एरिया में सिक्योरिटी को कमजोर रखना चाहता है, क्योंकि उसको तस्करी करना है, जिसकी वजह से पाकिस्तान से तकरार हो रही है. शख्स ने कहा कि पाकिस्तान में पॉलिटिकल स्टेबिलिटी नहीं है, जिसकी वजह से पाकिस्तान की हालत खराब होती जा रही है. भारत हेल्थ, एजुकेशन और आईटी समेत सभी मामलों में काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है कि हो सकता है कि वह चाइना से भी आगे निकल जाए, क्योंकि भारत में सभी लोग अपना-अपना काम करते हैं.
एक-एक रुपये के लिए जलील हो रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान के एक वृद्ध व्यक्ति ने कहा, हर मुल्क अपने फायदे के लिए काम कर रहे हैं. वृद्ध ने कहा कि 'दुनिया में एक यहूदी लॉबी है जो पाकिस्तान को तबाह करना चाहती है. दुनिया के यहूदी, ईसाई और हिंदू मुसलमानों के खिलाफ हैं.' वहीं एक अन्य पाकिस्तानी शख्स ने कहा कि हम मोहम्मद साहब की तालीम को भूलकर कट्टर बन गए हैं. आज यहूदी भी पूछ रहे हैं कि आखिर मुसलमान को मुसलमान ही क्यों मार रहा है, हम काफिरों से क्या पूछेंगे. शख्स ने कहा कि पाकिस्तान को तालीम की जरूरत है. पाकिस्तानी शख्स ने कहा कि 'पाकिस्तान को लोगों में है कि हम इंडिया को मारेंगे, ये कर देंगे, वो कर देंगे. इसी सोच की वजह से पाकिस्तान पीछे होता जा रहा है. आज एक-एक रुपये के लिए पाकिस्तान दुनिया में जलील हो रहा है. अब आईएमएफ के तलवे चाट रहे हैं.'
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