रामपुर: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ कार्यक्रम में जा रहे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोके जाने से नाराज़ सपा नेता आज़म खान ने रामपुर में कहा, ''अगर ये झूठा लोकतंत्र है, तब भी नहीं रोका जाना चाहिए था. इससे यही आशय निकला कि उनके जाने से कोई खतरा पैदा हो जाएगा. वह सही बात कहेंगे जो छात्रों तक जाएगी. छात्रों में रिवॉल्ट पैदा होगा इसलिए रोका है. उन्होंने आगे कहा कि लेकिन कहा ये जा रहा है कि कभी योगी जी को भी रोका गया था, इसलिए अखिलेश जी को रोका गया है. योगी जी में और अखिलेश जी में बहुत फर्क है, जो मुकदमे वापस करने के लिए योगी जी ने अपनी सिफारिश की है उसमें 302 का मुकदमा है, जो अखिलेश जी पर नहीं है. यह बुनियादी फर्क है दोनों में.


बता दें कि प्रदेश भर में सपा के नेता और कार्यकर्ता गुस्से में हैं और सड़कों पर हंगामा कर रहे हैं. संभल में सपा कार्यकर्ता मुरादाबाद और दिल्ली को जाने वाली रोड पर धरना देकर बैठ गये हैं जिस से लंबा जाम लग चुका है. सपा कार्यकर्ता हाथों में लाठी डंडे लिए हुए हैं और उत्तर प्रदेश सरकार का पुतला फूंक रहे हैं.

सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के सड़कों पर आ जाने से उत्तर प्रदेश में यातायात प्रभावित हो रहा है और लोग जाम में फंसे हुए हैं. झांसी में भी यही हाल है. लखनऊ एयरपोर्ट से शुरू हुआ संग्राम अब यूपी की सड़कों तक आ चुका है जिससे यूपी की कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है.

वहीं इस पूरे मामले पर वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान भी सामने आया है. योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''अखिलेश यादव के प्रयागराज आने से हिंसा की आशंका थी. प्रयागराज में अभी कुंभ की वजह से काफी भीड़ है और वहां कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा था. अराजक गतिविधियों से बाज आना चाहिए.''

योगी ने कहा, "सपा अराजकता फैलाने के लिए जानी जाती है. अखिलेश जाते तो यूनिवर्सिटी में बवाल होता,छात्र गुटों में हिंसा की आशंका के चलते उन्हें रोका गया. हम समाजवादी पार्टी को अराजकता फैलाने की इजाजत नहीं दे सकते.