पटना: बिहार विधान सभा में आज जेडीयू के विधायक ने ये कहकर चौंका दिया कि मैं कमीशन नहीं लेता हूं. औरंगाबाद के नबीनगर से नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के विधायक बीरेंद्र सिंह ने सदन में दहेज़ प्रथा पर एक विधयेक की चर्चा करते समय कह दिया कि मैं विधायक फंड में कमीशन नहीं लेता हूं. विधायक जी ने जैसे ही ये कहा सबका ध्यान उनकी ओर चला गया. यहां तक कि विधानसभा के स्पीकर विजय चौधरी भी दिलचस्पी लेने लगे.

दरअसल बीरेंद्र सिंह के एक बेटे आईएएस बने हैं और उसकी शादी में दहेज़ लेने की चर्चा थी. सदन में पीछे से किसी विधायक ने कह दिया कि ऊपर से नहीं अंदर से दहेज़ लेंगे. फिर क्या था बीरेंद्र सिंह को भी मौका मिल गया. उन्होंने बेटे की शादी में दहेज़ लेने की बात पर उल्टा विधायकों की ही पोल खोल दी.

बीरेंद्र सिंह ने कहा, " मैं ऐसा विधायक हूं जो ना ऊपर से और ना ही नीचे से विधायक फंड में कमिशन लेता हूं. दहेज़ देने वाले कई बड़े नेता और अधिकारी आए लेकिन बेटे की शादी एक गांव की लड़की से तय की." विधायक जी यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस के खिलाफ जेपी आंदोलन में भी रहे लेकिन उनके नाम पर चल रहे पेंशन के लिए आवेदन तक नहीं दिया.

विधायक जी से बताया को वे अर्थशास्त्र में एमए हैं. सदन में बीरेंद्र सिंह के इस वक्तव्य की खूब चर्चा हुई. गनीमत थी कि उस वक्त विपक्ष सदन से वॉक आउट कर चुका था लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसकी खूब चर्चा हो रही.

विधायक फंड को बढ़ाने की तैयारी हो रही है ऐसे में कमीशन वाली बात कहकर उन्होंने सबको चौंका दिया. नीतीश सरकार ने इसी कमीशनखोरी को देखते हुए 2010 में विधायक फंड बन्द कर दिया था बाद में इसे शुरू कर दिया गया.