Vijay Diwas: भारत आज 16 दिसंबर के दिन को 'विजय दिवस' (Vijay Diwas) के रूप में याद करता है. साल 1971 में आज ही के दिन पाकिस्तान (Pakistan) के छेड़े युद्ध पर भारतीय सेना ने विजय हासिल की थी. पाकिस्तान के करीब 93 हजरा जवानों ने भारत के सामने सरेंडर किया था. इसी दिन दुनिया के राजनीतिक नक्शे पर एक नए देश का उदय भी हुआ था. ये देश बांग्लादेश (Bangladesh) है. 


बांग्लादेश जो अंग्रेजों द्वारा किए गए बंटवारे के वक्त पाकिस्तान के हिस्से में आया था जिस पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था. वहीं, आज के दिन को याद कर भारतीय सेना की वीरता को सलाम किया जा रहा है. केंद्रीय गृह मंत्री से लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देशवासियों को विजय दिवस की शुभकामनाएं दी हैं. 


सेना के बहादुर वीरों के साहस को नमन- अमित शाह


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा, आज ही के दिन वर्ष 1971 में भारतीय सेना ने अपनी अद्भुत वीरता व पराक्रम से मानवीय मूल्यों की रक्षा करते हुए इतिहास के पन्नों में अपनी एक और शौर्यगाथा को अंकित किया. सेना के बहादुर वीरों के साहस और सर्वोच्च बलिदान को नमन करता हूं और देशवासियों को 'विजय दिवस' की शुभकामनाएं देता हूं.


राजनाथ सिंह ने इस तरह किया याद


केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विजय दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया. रक्षा मंत्री ने ट्वीट कर लिखा, आज विजय दिवस पर देश सशस्त्र सेनाओं के साहस, शौर्य और बलिदान को नमन करता है. 1971 का युद्ध अमानवीयता पर मानवता, दुराचार पर सदाचार और अन्याय पर न्याय की विजय था. भारत को अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है.






पीएम मोदी ने कहा था...


इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'विजय दिवस' की पूर्व संध्या पर गुरुवार को आर्मी हाउस में आयोजित 'ऐट होम' कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा, ''विजय दिवस की पूर्व संध्या पर आर्मी हाउस में 'ऐट होम' स्वागत समारोह में शामिल हुआ. भारत अपने सशस्त्र बलों की वीरता को कभी नहीं भूलेगा जिसके कारण 1971 के युद्ध में जीत हासिल हुई थी.'


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