औरंगाबाद: सब्जी के ठेले पर छतरी ताने खड़े एक लड़के की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है. ठेले के आगे मराठी भाषा में एक बोर्ड लगा है. फेसबुक इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा जा रहा है, "रेहड़ी पर लगे इस बैनर को देख रहे हैं आप? यह दिखने में बहुत ही सामान्य है लेकिन इस पर मराठी में लिखी पंक्तियां बहुत गहरी हैं. जो खरीद सकता है खरीद ले, जो नहीं खरीद सकता वो फ्री ले जाए. इतना बड़ा दिल गरीब का होता है. अमीरों के यहां से तो मजदूर धक्का मार कर प्रवासी कह दिए गए."


सब्जी न खरीद पाने वालों को फ्री में सब्जी देने वाले लड़के की ये तस्वीर कहां की है? कब की है? इस तस्वीर का सच क्या है? एबीपी न्यूज ने इन तमाम सवालों के जवाब की पड़ताल की.


वायरल तस्वीर का सच


वायरल तस्वीर महाराष्ट्र के औरंगाबाद की है. तस्वीर में दिख रहे लड़के का नाम राहुल है. वो औरंगाबाद के भीमनगर भावसिंगपुरा इलाके में रेहड़ी पर सब्जी बेचता है. पड़ताल के दौरान एबीपी टीम को राहुल अपने पिता के साथ सब्जी बेचते मिला. राहुल के ठेले के सामने मराठी भाषा में लगा बोर्ड भी दिखा. बोर्ड पर मराठी भाषा में लिखा दिखा, 'संभव हो तो खरीदें, नहीं तो मुफ्त में ले जाएं.'



राहुल ने बताया, 'जब से लॉकडाउन शुरू हुआ. तब से मैं यही करता हूं. इससे पहले में नौकरी करता था. मेरी नौकरी चली गई. मैंने सोचा नौकरी भी नहीं है. फिर पापा के साथ सब्जी बेचने लगा. एक दिन लोग आ रहे थे. पांच-दस रुपए को लेकर मोलभाव कर रहे थे. मुझे ऐसा लगा मैं अपने लोगों के लिए इतना तो कर सकता हूं. फिर घर पर बात किया. अभी 7-8 दिन से जरूरतमंदों को सब्जी दे रहा हूं.'


औरंगाबाद में सब्जी बेचने वाले राहुल से बात करने के बाद ABP न्यूज की पड़ताल में सोशल मीडिया पर वायरल जरूरतमंद लोगों को फ्री में सब्जी देने का दावा सच साबित हुआ है.


इंटरनेट पर फैल रहे हर दावे और अफवाह का सच जानने के लिए सोमवार से शुक्रवार एबीपी न्यूज़ पर 8.30 बजे 'सच्चाई का सेंसेक्स जरुर देखें.



ये भी पढ़ें-
सच्चाई का सेंसेक्स: सोशल मीडिया पर टिड्डियों के हमले को लेकर दिल्ली सरकार ने दी चेतावनी? सच जानिए
सच्चाई का सेंसेक्स: क्या रेलवे स्टेशन पर श्रमिक ट्रेन के मुसाफिरों ने खाने का सामान लूटा? जानिए सच