EC notice to Samajwadi Party: चुनाव आयोग (Election Commission) ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Part) को कोविड -19 दिशानिर्देशों के उल्लंघन के लिए नोटिस जारी किया है. चुनाव आयोग ने ये नोटिस 14 जनवरी को सपा द्वारा लखनऊ स्थित अपने कार्यालय में एक सार्वजनिक सभा आयोजित करने के बाद दिया है. रैली को 'वर्चुअल इवेंट' बताया गया था, जिसमें सैकड़ों समर्थकों ने भाग लिया था. चुनाव आयोग ने सपा को जवाब देने के लिए 24 घंटे का समय दिया है, जिसमें विफल रहने पर वह कार्रवाई कर सकती है.
नोटिस में क्या कहा गया
सपा महासचिव को भेजे गए नोटिस में कहा गया है, ‘‘आपका स्पष्टीकरण, नोटिस प्राप्त करने के 24 घंटे के अंदर आयोग के पास पहुंचना चाहिए, जिसमें नाकाम रहने पर आयोग आपको सूचित किए बगैर विषय में उपयुक्त फैसला लेगा.’’ बता दें कि चुनाव आयोग ने 8 जनवरी को कोविड -19 के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए फिजिकल रैलियों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी. शनिवार को इस प्रतिबंध को 22 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया गया.
इससे पहले शुक्रवार को लखनऊ पुलिस ने रैली में शामिल हुए समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. लखनऊ के पुलिस आयुक्त ने सपा के लगभग 2500 नेताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 269, 270 और 341 के तहत महामारी रोग अधिनियम की संबंधित धाराओं के साथ प्राथमिकी दर्ज की थी. शहर के पुलिस प्रमुख ने कहा कि इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने से पहले वीडियो साक्ष्य हासिल किए गए थे.
सपा ने बचाव में क्या कहा था
सपा की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि यह हमारे पार्टी कार्यालय के अंदर एक वर्चुअल इवेंट था. हमने किसी को नहीं बुलाया लेकिन लोग आए. लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए काम करते हैं. बीजेपी के मंत्रियों के यहां और बाजारों में भी भीड़ थी, लेकिन उन्हें हमसे दिक्कत है.