देश के गृह मंत्री अमित शाह ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर बड़ा बयान दिया है. शाह ने लोकसभा में कहा कि मैं 10 साल का था, जब खुद नारा लगाता था कि असम की गलियां सूनी हैं, इंदिरा गांधी खूनी है. दरअसल, विपक्ष की ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा पर सवाल उठाया था और कहा था कि केंद्र सरकार आरएसएस से जुड़े लोगों के लेकर आ रही है.

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लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा के दौरान बुधवार (10 दिसंबर, 2025) को बोलते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “देश के लिए मरना ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की विचारधारा है. देश को समृद्धि के परम शिखर पर लेकर जाना ही आरएसएस की विचारधारा है. देश की संस्कृति का झंडा बुलंद करना ही आरएसएस की विचारधारा है.” उन्होंने कहा, “हम किसी से नहीं डरते. मैं अपनी ही बात करता हूं. मैं तो सिर्फ 10 साल का था और नारे लगाते था, “असम की गलियां सूनी है, इंदिरा गांधी खूनी है. हम तो वहां से लड़ते-लड़ते आए हैं.”

लोकसभा में बोले केंद्रीय गृह मंत्री

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वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष की ओर से वोट चोरी के लगाए गए आरोपों पर जमकर पलटवार किया. शाह ने कहा, “विपक्ष ने कहा कि हम वोट चोरी से जीते हैं, लेकिन हम वोट चोरी से नहीं जीते हैं.”

उन्होंने कहा, “आपने सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध किया, इसलिए हम जीते हैं. आपने एयर स्ट्राइक का विरोध किया, इसलिए हम जीते हैं. आपने अनुच्छेद 370 हटाने का विरोध किया, आपने राम मंदिर बनाने का विरोध किया, आपने घुसपैठियों के हटाने का विरोध किया, आपने सीएए का विरोध किया, ट्रिपल तलाक हटाने का विरोध किया, इसलिए हम जीते हैं और अब आप वन नेशन, वन इलेक्शन का विरोध कर रहे हैं. इसलिए हम आने वाले चुनाव में फिर से जीतने वाले हैं.”

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