Tokyo Olympics: इतिहास रचने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम का पहला ओलंपिक पदक जीतने का सपना अधूरा रह गया. आज ओलंपिक के कांस्य पदक के मुकाबले में ब्रिटेन ने महिला हॉकी टीम को 4-3 से हरा दिया. इस हार के बाद पूरे देश में निराशा की लहर दौड़ गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके कहा है कि हम महिला हॉकी में एक पदक से चूक गए, लेकिन यह टीम न्यू इंडिया की भावना को दर्शाती है.


इस टीम पर गर्व है- पीएम मोदी


पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, ‘’हम महिला हॉकी में एक पदक से चूक गए, लेकिन यह टीम न्यू इंडिया की भावना को दर्शाती है, जहां हम अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं और नए मोर्चे बनाते हैं. इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि ओलंपिक्स में टीम की सफलता भारत की युवा बेटियों को हॉकी को अपनाने और इसमें उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी. इस टीम पर गर्व है.’’



पीएम मोदी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘’हम अपनी महिला हॉकी टीम के शानदार प्रदर्शन को हमेशा याद रखेंगे. उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया. टीम के प्रत्येक सदस्य को उल्लेखनीय साहस, कौशल और लचीलापन का आशीर्वाद प्राप्त है. भारत को इस शानदार टीम पर गर्व है.’’


टीम ने सेमीफाइनल में पहुंचकर पहले ही रच दिया था इतिहास 


बता दें कि भारतीय टीम ने पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचकर पहले ही इतिहास रच दिया था, लेकिन 2016 रियो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता ब्रिटेन को हरा नहीं सकी, जिससे कांस्य के करीब आकर चूक गई.


कल भारतीय पुरूष टीम ने जीता था कांस्य पदक


भारतीय महिला टीम ने पांच मिनट के भीतर तीन गोल किए. गुरजीत कौर ने 25वें और 26वें मिनट में जबकि वंदना कटारिया ने 29वें मिनट में गोल दागे. ब्रिटेन के लिए एलेना रायेर ने 16वें, साारा रॉबर्टसन ने 24वें, कप्तान होली पीयर्ने वेब ने 35वें और ग्रेस बाल्डसन ने 48वें मिनट में गोल दागे. इससे एक दिन पहले भारतीय पुरूष टीम ने जर्मनी को 5-4 से हराकर 41 साल बाद कांस्य पदक जीता था.


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