श्रीनगर: कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (IG) विजय कुमार ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि 2021 में घाटी में आतंकवादियों द्वारा कुल 28 नागरिकों की हत्या की गई. उन्होंने कहा कि सीमा पार आतंकवादी आका उनके खिलाफ सफल अभियानों और कश्मीर में कई आतंकवादियों के खात्मे से निराश हैं. जिसके कारण उन्हें अपनी रणनीति बदलने और महिलाओं सहित अल्पसंख्यक समुदायों के नागरिकों को निशाना बनाना पड़ा है.


आईजी ने एक बयान में कहा, "2021 में, अब तक 28 नागरिक आतंकवादियों द्वारा मारे गए हैं. 28 में से पांच व्यक्ति स्थानीय हिंदू/ सिख समुदाय के थे, जबकि 2 गैर-स्थानीय हिंदू मजदूर थे."


आतंकवादियों ने बदली अपनी रणनीति
आईजी ने कहा, "बड़ी संख्या में आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट किए जाने और कानून-व्यवस्था के निरंतर प्रभावी रहने के कारण सीमा पार के आतंकवादी हैंडलर निराश हो गए हैं. उन्होंने अपनी रणनीति बदल दी है. उन्होंने निर्दोष नागरिक, राजनेता और अब महिला सहित अल्पसंख्यक समुदायों के निर्दोष नागरिकों और निहत्थे पुलिसकर्मियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है."


बयान में आगे कहा गया है कि ऐसे सभी मामलों में आतंकियों ने पिस्टल का इस्तेमाल किया. "ये कृत्य नए भर्ती किए गए आतंकवादियों या आतंकवादी रैंकों में शामिल होने वाले लोगों द्वारा किए गए हैं. कुछ मामलों में, ओवरग्राउंड वर्कर सीधे तौर पर शामिल पाए गए हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस कड़ी मेहनत कर रही है और हम ऐसे सभी अंशकालिक / हाइब्रिड आतंकवादियों की पहचान कर रहे हैं और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी."


उन्होंने कहा, "हमें कई सुराग मिले हैं और हम उन पर काम कर रहे हैं. हम सुरक्षा बलों के साथ अभियान भी शुरू कर रहे हैं. हम आम जनता, विशेष रूप से अल्पसंख्यक समुदायों से घबराने की अपील नहीं करते हैं. हम शांति बनाए रखते हैं और आगे भी करते रहेंगे."


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